MS Dhoni vs Gautam Gambhir: कुछ दिन पहले गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने धोनी (MS Dhoni) की बल्लेबाजी को लेकर बात की थी औऱ कहा था कि यदि धोनी टीम के कप्तान नहीं रहते तो नंबर 3 पर बल्लेबाजी कर खूब रन बनाते. स्टार स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए गंभीर ने ये बातें कही थी. गंभीर ने कहा था कि, "धोनी पहले बल्लेबाज थे और फिर विकेटकीपर थे, जिस तरह की उसकी बल्लेबाजी थी. तो वह भारतीय क्रिकेट के लिए भी काफी अच्छा हुआ. भारत को एक ऐसा विकेटकीपर मिला जो नंबर 7 पर बल्लेबाजी कर आपको मैच जीता सकता था. मेरा मानना है ये मैंने पहले भी कहा था कि अगर धोनी नंबर 3 पर बल्लेबाजी करता तो मेरा मानना है कि वह वनडे में बहुत रिकॉर्ड तोड़ता. क्योंकि जितनी उनकी क्षमता थी, उससे मुताबित उन्होंने बल्ले से कम योगदान दिया. मेरा मानना है कि कप्तानी की वजह से धोनी ज्यादा रन नहीं बना सके. लोग कहते हैं कि कप्तान के तौर पर उन्होंने काफी कुछ हासिस किया. यह सही है लेकिन कप्तानी की वजह से ही धोनी ने अपनी बल्लेबाजी का बलिदान दिया."
गौतम गंभीर के इस बयान के बाद फैन्स सोशल मीडिया पर खूब रिएक्ट करते नजर आए. वहीं, पूर्व तेज गेंदबाज श्रीसंत ने भी गंभीर की इन बातों पर रिएक्ट किया है. स्पोर्ट्स क्रीडा के साथ बात करते हुए श्रीसंत (Sreesanth on Gautam Gambhir) ने कहा कि, "गौतम भाई ने हाल ही में कहा था कि अगर धोनी नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते तो ज्यादा रन बनाते. लेकिन धोनी के लिए यह हमेशा रनों से ज्यादा जीत के बारे में था. जब भी टीम को उनकी जरूरत थी तब उनमें खेल खत्म करने की क्षमता थी और उन्होंने दो विश्व कप भी हमारे लिए जीते हैं"
पूर्व गेंदबाज ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा कि, "इसका श्रेय माही भाई को जाना चाहिए, लेकिन उन्होंने अपनी बल्लेबाजी का बलिदान नहीं किया, उन्होंने यह पता लगाने का एक तरीका अपनाया कि कौन सा खिलाड़ी किस स्थिति में टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर सकता है. और फिर उन्हें उसके अनुसार बल्लेबाजी क्रम निर्धारित किए थे. उनकी कप्तानी में खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने की क्षमता थी.. उन्होंने हमेशा पहले टीम के बारे में सोचा है."
बता दें कि धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 पर पहुंचाया था. माही आईसीसी की तीनों प्रमुख ट्रॉफियां जीतने वाला एकमात्र कप्तान है.साल 2019 में न्यूजीलैंड के साथ भारत की विश्व कप सेमीफाइनल भिड़ंत उनके इंटरनेशनल करियर का आखिरी मैच साबित हुआ था. पूर्व भारतीय कप्तान ने 15 अगस्त 2020 में रिटायरमेंट का ऐलान किया था.