सौरव गांगुली की गेंदबाजी का 'खतरनाक स्पैल' जिसके सामने पाकिस्तानी दिग्गजों ने घुटने टेक दिए..देखें VIDEO

सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) भारत के महान कप्तान के तौर पर याद किए जाते हैं. गांगुली की कप्तानी में भारत 2003 वर्ल्डकप कप का फाइनल खेला. सौरव ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी उस समय ली थी जब मैच फिक्सिंग का साया भारत में भी पैर पसार चुका था

सौरव गांगुली की गेंदबाजी का 'खतरनाक स्पैल' जिसके सामने पाकिस्तानी दिग्गजों ने घुटने टेक दिए..देखें VIDEO

जब गांगुली ने गेंदबाजी से पाकिस्तान पर कहर बरपाया था

खास बातें

  • वनडे में गांगुली ने गेंदबाजी से दो दफा चटकाए हैं 5 विकेट
  • 1997 में पाकिस्तान के खिलाफ गेंदबाजी से किया था कमाल
  • 10 ओवर में केवल 16 रन देकर झटके थे 5 विकेट

सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) भारत के महान कप्तान के तौर पर याद किए जाते हैं. गांगुली की कप्तानी में भारत 2003 वर्ल्डकप कप का फाइनल खेला. सौरव ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी उस समय ली थी जब मैच फिक्सिंग का साया भारत में भी पैर पसार चुका था. हतोत्साहित भारतीय टीम की कमान संभालने के बाद गांगुली ने भारतीय टीम को विदेशी जमीन पर आक्रमक होने की सीख दी. गांगुली कप्तान के अलावा अपनी बल्लेबाजी से भी कमाल करने में सफल रहे. गांगुली ने करियर में 16 टेस्ट शतक और 22 वनडे शतक जमाने में सफल रहे. गांगुली और सचिन की ओपनिंग जोड़ी वनडे की सबसे रिकॉर्डतोड़ ओपनिंग जो़ड़ी है. भले ही गांगुली एक बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर याद किए जाते हैं लेकिन उन्होंने अपने करियर में 132 इंटरनेशनल विकेट भी चटकाए हैं टेस्ट में उनके नाम 32 विकेट तो नहीं वनडे में 100 विकेट दर्ज है. इतना ही नहीं गांगुली ने वनडे में दो मौकों पर एक पारी में 5 विकेट हॉल करने का अनोखा कमाल भी किया है. 

जब गांगुली ने गेंदबाजी से पाकिस्तान का किया सूपड़ा साफ (Sourav Ganguly Best Bowling in ODI)

भारत के पूर्व कप्तान गांगुली ने साल 1997 में टोरंटो में पाकिस्तान (Pakistan Cricket Team) के खिलाफ खेले गए वनडे मैच में अपनी गेंदबाजी से कहर बरपाया और 10 ओवर में मात्र 16 रन देकर 5 विकेट लेने में सफल रहे थे. 18 सिंतबप 1997 को खेले गए मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी की थी और केवल 182 रन ही बना सकी. ऐसे में पाकिस्तान के लिए यह लक्ष्य काफी छोटा था. ऐसे में पाकिस्तान ने संभल कर पारी की शुरूआत की और 87 रन तक पहुंचने में केवल 3 विकेट ही खोए थे. एक समय पाकिस्तान का स्कोर 18 ओवर में 3 विकेट पर 103 रन था. यहां से पाकिस्तान की जीत नजर आ रही थी. इसके बाद जो हुआ वो एक इतिहास बन गया.


भारतीय कप्तान अजहर ने गांगुली को पार्ट टाइम गेंदबाज समझ कर गेंद थमाई कि वो एक दो विकेट भारत के लिए निकाल पाए. फिर गांगुली ने अपने कप्तान के विश्वास को यकीन में बदल दिया. गांगुली ने अपनी गेंदबाजी के दौरान एजाज़ अहमद, सलीम मलिक, हसन रज़ा, मोईन ख़ान जैसे दिग्गज पाकिस्तानी क्रिकेटरों को आउट कर मैच का पासा ही पलट दिया. गांगुली ने इस मैच में पांचवां शिकार आकिब जावेद का किया. गांगुली जब गेंदबाजी करने आए थे समय समय पाकिस्तान को सिर्फ 80 रन बनाने थे और 7 विकेट बचे थे. लेकिन 45 रन के अंदर पाकिस्तान के बाकी बल्लेबाजों ने गांगुली की गेंदबाजी के आगे घुटने टेक दिए.

भारत यह मैच 34 रनों से जीतने में सफल रहा. गांगुली का वनडे में यह बेहतरीन गेंदबाजी परफॉर्मेंस है. हालांकि इसके बाद गांगुली ने 11 दिसंबर 2000 में जिम्बाब्वे के खिलाफ कानपुर वनडे में 5 विकेट चटकाए थे. उस मैच मे गांगुली ने 10 ओवर में 34 रन खर्च किए और 5 विकेट हॉल करने का कारनामा कर दिखाया था.

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