ऐसा लगता है कि वीरवार का दिन शुरू हुए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) के अगले चरण में मानो रिकॉर्ड का दिन था. जहां बल्ले से अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) ने आग उगली, तो वहीं बड़ौदा ने भी बवाल मचाते हुए बड़ा कारनामा कर दिखाया. और वह भी पिछले कुछ मैचों में लगातार बल्ले से बरस रहे अपने स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की अनुपस्थिति के बावजूद.
दरअसल बड़ौदा ने वीरवार को इंदौर के एमराल्ड हाई स्कूल ग्राउंड पर खेले गए मैच में सिक्किम की जमकर धुनाई करते हुए टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया है. बड़ौदा ने पहले बैटिंग करते हुए पांच विकेट के नुकसान पर 349 का स्कोर खड़ा किया. इससे पहले यह कारनामा जिंबाब्वे के नाम पर था, जो उसने कहीं कमजोर टीम जांबिया के खिलाफ इसी साल अक्तूबर में बनाया था. तब, जिंबाब्वे ने 4 विकेट पर 344 रन बनाए थे.
क्रु
णाल को भी नहीं मिला मौका
साथ ही, यह मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट के इतिहास में पहला मौका था, जब किसी टीम ने तीन सौ के आंकड़े को पार किया. इससे पिछला सर्वश्रेष्ठ स्कोर पंजाब (275/6) के नाम पर था.बहरहाल, बड़ौदा के कारनामे में बड़ी बात यह थी कि इस टीम बल्ले से आग उगले रहे हार्दिक पांड्या के बिना इस कारनामे को अंजाम दिया, तो कप्तान क्रुणाल पांड्या को भी बैटिंग का मौका नहीं मिला.
यह स्ट्राइक-रेट तो बहुत ही तूफानी है
पहले बैटिंग करते हुए शाश्वत रावत और अभिमन्यु सिंह ने पहले विकेट के लिए 92 रन जोड़कर टीम को मजबूत शुरुआत दी. शाश्वत ने 16 गेंदों पर 43 और अभिमन्यु ने 17 गेंदों पर 52 रन का योगदान दिया. यह शुरुआत बड़ौदा के लिए अच्छा आधार साबित हुई, लेकिन इन दोनों के बाद सिक्किम का बैंड बजाया भानू पानिया ने, जिन्होंने 51 गेंदों पर 5 चौकों और 15 छक्कों से नाबाद 134 रन बनाए. भानू पानिया ने 262.75 के स्ट्राइक-रेट से रन बटोरे.