महिला प्रीमियर लीग विजेता कप्तान स्मृति मंधाना और विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष ही वे भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्हें 'द हंड्रेड' के ड्राफ्ट में चुना गया है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को डब्ल्यूपीएल खिताब दिलाने वाली मंधाना को सदर्न ब्रेव वुमेंस ने चुना जबकि रिचा को बर्मिंघम फीनिक्स वुमेंस ने चुना है.
मंधाना ने डब्ल्यूपीएल में 10 मैचों में 300 रन बनाये जबकि रिचा ने दस मैचों में 142 के स्ट्राइक रेट से 257 रन जोड़े. मंधाना ब्रेव के ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रह चुकी है और कोच ल्यूक विलियम्स के साथ डब्ल्यूपीएल में आरसीबी के लिये खेलने से पहले यहां खेल चुकी है. रिचा भी फीनिक्स के लिये दूसरी बार खेलेंगी.
हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रौड्रिग्स और श्रेयांका पाटिल समेत 17 भारतीय खिलाड़ियों ने ड्राफ्ट के लिये रजिस्टर किया था लेकिन उन्हें किसी ने नहीं चुना. वैसे अभी भी उनके पास मौका है क्योंकि 'वाइटलिटी वाइल्ड कार्ड' के जरिये टीमें एक और विदेशी खिलाड़ी चुन सकती हैं. इसके अलावा श्रेयंका जिन्होंने वीमेंस प्रीमियर लीग में बैंगलोर के लिए खेला था और 8 मैचों में 13 विकेट लिए थे. श्रेयंका टूर्नामेंट के दूसरे संस्करण की पर्पल कैप हॉल्डर थीं और उन्होंने फाइनल में 12 रन देकर चार विकेट हासिल किए थे और आरसीबी को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी.
इसके अलावा शेफाली वर्मा जिन्होंने वीमेंस प्रीमियर लीग के 9 मैचों में 38.62 की औसत से 309 रन बनाए थे, उन्हें भी ड्राफ्ट में नहीं चुना गया है. शेफाली वर्मा ने वीमेंस प्रीमियर लीग 2024 में 3 अर्द्धशतक लगाए थे. शेफाली वर्मा टूर्नामेंट में सबसे अधिक छक्के लगाने वाली खिलाड़ी थीं. उन्होंने टूर्नामेंट के दूसरे संस्करण में 20 छक्के लगाए थे.
बता दें, वीमेंस प्रीमियर लीग के दूसरे संस्करण की विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स को आठ विकेट से हराया था. बेंगलुरु फ्रेंचाइजी का यह पहला खिताब है. बेंगलुरु फ्रेंचाइजी की मेंस टीम साल 2008 से आईपीएल में खेल रही है, लेकिन टीम कभी भी आईपीएल का खिताब अपने नाम नहीं कर पाई.
यह भी पढ़ें: IPL 2024: लखनऊ के स्पिनर केशव महाराज ने मैच से पहले किए रामलला के दर्शन, फोटो शेयर कर लिखी ये बात
यह भी पढ़ें: "सरफराज के पिता के साथ खेल चुका हूं..." रोहित शर्मा का बड़ा खुलासा