राजस्थान के खिलाफ करो या मरो के मुकाबले क्वालीफायर-2 (Qualifier-2 ) में जब 158 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पारी शुरू करने उतरे विराट कोहली (Virat kohli) ने जब स्कवॉयर लेग पर बेहतरीन छक्का लगाया, तो लगा कि आज कोहली वह पारी खेलने जा रहे हैं, जिसका इंतजार उनके करोड़ों चाहने वालों को था, लेकिन जल्द ही प्रसिद्ध कृष्णा ने उनके तेवर खामोश कर दिया. और इसी के साथ ही विराट के साथ आईपीएल में ऐसी बात चिपक गयी, जो उनके चाहने वालों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आएगी. और जो विराट जैसे दिग्गज को शोभा नहीं देती, लेकिन यह क्रिकेट है और यहां बड़े-बड़ों के साथ कुछ भी हो सकता है. विराट भी अपवाद नहीं है.
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कोहली राजस्थान के खिलाफ सिर्फ सात ही रन बना सके. और इस आईपीएल में फाइनल से पहले तक विराट अकेले ऐसे बल्लेबाज रहे, जो सात बार दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके. आईपीएल के सफर में 16 मैचों में विराट ने सात पारियों में 5, 1, 0, 0, 9, 0 और 7 का आंकड़ा छुआ. और यह बताता है कि कोहली पर दुर्भाग्य की कैसी मार चल रही है. शायद यह एक ऐसा समय है, जो शायद ही फिर कभी विराट के आईपीएल करियर में दोबारा से आए.
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वहीं, राजस्थान की बल्लेबाजी के दौरान कोहली के लिए उपलब्धि का पल भी आया, जब उन्होंने प्वाइंट पर जयसवाल का तेज कैच लपका. यह कैच लपकने के साथ ही विराट ने टी20 फौरमेट में अपने डेढ़ सौ कैच पूरे कर लिए. मतलब उपलब्धि के साथ-साथ विराट के लिए यह मुकाबला अनचाही बात भी लेकर आया है, तो वहीं विराट के लिए सफर भी आरसीबी की हार के साथ यहीं ही खत्म हो गया.
सिर्फ इतना ही औसत निकाल सके विराट
आरसीबी के अभियान में इस साल विराट ने 16 मैचों में इतनी ही पारियां लीं. और उन्होंने सिर्फ 22.73 के औसत से 341 रन बनाए. दो अर्द्धशतक विराट के बल्ले से निकले. और यह वह बात है, जो राष्ट्रीय चयन समिति को ऐसे समय जरूर परेशान कर रही होगी, जब इसी साल ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप का आयोजन होना है.