पढ़िए, मोहम्मद शमी को ऑस्ट्रेलिया ले जाने में क्यों हुई जल्दबाजी?

पढ़िए, मोहम्मद शमी को ऑस्ट्रेलिया ले जाने में क्यों हुई जल्दबाजी?

मोहम्मद शमी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

'भगवान करे मेरे साथ ये दोबारा न हो'... ये जवाब था टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का, जब ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर जाने से पहले पत्रकार ने चोट से वापसी के बारे में उनसे पूछा था। जाने से पहले शमी उत्साहित थे। होते भी क्यों नहीं, आखिर 8 महीने तक वो टीम से बाहर जो थे।

लेकिन, अभी दौरे का पहला मैच शुरू भी नहीं हो पाया था कि शमी चोटिल हो गए। उनकी मायूसी का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं, क्योंकि जाने से पहले उन्हें लग रहा था कि उनके जीवन का सबसे मुश्किल दौर अब खत्म हो गया है।
 
उनके बाएं हैमस्ट्रिंग में चोट लगी है और वो 4 से 6 हफ्ते के लिए मैदान से बाहर ही रहेंगे। उनकी चोट ने कुछ सवाल भी खड़े कर दिए हैं...
 

  • क्या शमी की वापसी जल्दबाजी में हुई?
  • क्या उन्हें और घरेलू मैच नहीं खेलने चाहिए थे?
  • ईशांत शर्मा की फिटनेस पर सवालिया निशान नहीं है?
  • ईशांत शर्मा ने अभी तक कोई अभ्यास मैच क्यों नहीं खेला?

खेल में चोट कभी भी किसी को भी लग सकती है, लेकिन जो खिलाड़ी चोट से वापसी कर रहा हो, वो अगर फिर घायल हो जाए, तो सवाल तो खड़े होंगे ही। खासकर तब जब जाने से पहले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी शमी की फिटनेस और उनके फॉर्म को लेकर पूरे आशवस्त नजर आए थे। जाने से पहले धोनी ने खुद कहा कि वो शमी से बेंगलुरु में मिले और उन्होंने  शमी को पूरी तरह फिट पाया।
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वैसे, ये पहली बार नहीं हुआ है कि भारत के किसी गेंदबाज को बिना पूरा तैयारियों के टीम में फिर शामिल किया गया हो। मंगलवार को टीम इंडिया पर्थ में अपना पहला मैच खेलने उतरेगी तो कप्तान धोनी के सामने फिर वही समस्या है कि आखिर टीम की गेंदबाजी की कमान कौन संभालेगा?