"रवि शास्त्री मैच ड्रॉ कराना चाहते थे", आर अश्विन ने Gabba Test को लेकर सुनाया एक दिलचस्प किस्सा

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान कई भारतीय खिलाड़ी जैसे कि मोहम्मद शमी, रविंद्र जडेजा, उमेश यादव, आर अश्विन, जसप्रीत बुमराह चोटिल हो चुके थे और आखिरी टेस्ट से टी नटराजन और वाशिंगटन सुंदर ने खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट में अपना डेब्यू किया.

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स्पिनर रविचंद्र अश्विन ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का किस्सा सुनाया
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  • आर अश्विन ने Gabba Test का दिलचस्प किस्सा सुनाया
  • भारत ने 2-1 से Border Gavaskar Trophy सीरीज जीती थी
  • Gabba Test में भारतीय टीम ने कमाल करके दिखाया था
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नई दिल्ली:

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2021 की सीरीज (AUS vs IND Test Series) सालों तक याद रखी जाएगी कि कैसे एक चोटिल भारतीय टीम ने अपने घर पर खेल रही ऑस्ट्रेलिया को तमाम मुश्किलों के बीच हराया था. एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में सिर्फ 36 रन पर टीम इंडिया के ऑल आउट होने के बाद बहुत से क्रिकेट पंडित ये मान के चल रहे थे कि ये एक एकतरफा सीरीज होने जा रही है. खासकर तक जब विराट कोहली (Virat Kohli) ने अपने पहले बच्चे के जन्म की वजह से स्वदेश लौटने का फैसला लिया. हालांकि अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की कप्तानी वाली टीम ने शानदार कमबैक करते हुए मेलबर्न और ब्रिसबेन में टिम पेन की अगुवाई वाली टीम को मात दी.

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चौथे और आखिरी टेस्ट के पहले तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर आ चुकी थी. सीरीज का फैसला गाबा में होने जा रहा था, जिसे ऑस्ट्रेलियाई टीम का किला कहा जा है क्योंकि लंबे समय से कंगारु टीम यहां अजय रही थी. हालांकि ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की पारी के दम पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया का ये किला फतह किया और सीरीज 2-1 से अपने नाम की.

पंत ने नाबाद 89 रन की पारी खेलते हुए भारत को 328 रन के टारगेट को हासिल करने में मुख्य भूमिका निभाई.

अब ऑफ स्पिनर रविचंद्र अश्विन (Ravi Ashwin) ने खुलासा किया है कि उस वक्त के मुख्य कोच रवि शास्त्री गाबा टेस्ट को टीम इंडिया द्वारा ड्रॉ कराना चाहते थे लेकिन पंत और वाशिंगटन सुंदर की कोशिशों की वजह से भारत को जीत हासिल हुई.

अश्विन ने स्पोर्ट्स यारी चैनल पर कहा, "उनके (ऋषभ पंत) दिमाग को समझना मुश्किल है. वो कुछ भी कर सकते हैं. वो उन खिलाड़ियों में से है जो अविश्वसनीय रूप से धन्य हैं. उनके पास इतनी क्षमता है कि कभी-कभी वह सोचता है कि वह हर गेंद पर छक्का मार सकता है. उसे शांत रखना मुश्किल है, पुजारा ने सिडनी टेस्ट के दौरान ऐसा करने की कोशिश की, लेकिन वह वहां शतक लगाने से चूक गए. लेकिन इस मैच में क्या हुआ था, रवि भाई ने मुझे अंदर से कहा, मैं बाहर बैठा था. वह ड्रॉ चाहते थे क्योंकि हमारे पास मैच को ड्रॉ करने का मौका था लेकिन हम जीत के लिए जा रहे थे."

भारतीय गेंदबाज ने आगे कहा, "सबकी अपनी-अपनी योजना थी, मैंने अजिंक्य से बाहर से पूछा कि क्या योजना है, क्या हम जीत के लिए जा रहे हैं? उन्होंने मुझसे कहा कि 'अभी पंत खेल रहे हैं और हम देखेंगे कि क्या होता है'. जिस पल वाशी (वाशिंगटन सुंदर) ने मैदान में जाकर 20 रन बनाए, तब हमारी योजना बदल गई. उनका 20-30 रन का योगदान बेहद अहम था." 

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पीठ में दर्द की वजह से अश्विन को गाबा टेस्ट में खेलने का मौका नहीं मिला. सिडनी में खेले गए पिछले टेस्ट में ऑफ स्पिनर ने हनुमा विहारी के साथ मिलकर एक रियर गार्ड एक्शन (मैच बचाने का प्रयास) का नेतृत्व किया था जिससे भारत को मैच ड्रॉ करने में मदद मिली.

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) के दौरान कई भारतीय खिलाड़ी जैसे कि मोहम्मद शमी, रविंद्र जडेजा, उमेश यादव, आर अश्विन, जसप्रीत बुमराह चोटिल हो चुके थे और आखिरी टेस्ट में टी नटराजन और वाशिंगटन सुंदर ने खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट में अपना डेब्यू किया.

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