Mohammad Rizwan challenge PCB: पूरी दुनिया भरे के क्रिकेटप्रेमी देख रहे हैं, समझ रहे हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट किस मोड़ पर खड़ी हैं. जहां ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और भारत जैसे देश खेर के स्तर के मामले में एक नई लकीर खींच रहे हैं, तो पाकिस्तान की क्रिकेट खेल और आर्थिक लिहाज से बहुत पीछे छूटती दिख रही है. वहीं, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की हरकतें भी सभी के सामने हैं. पिछले दिनों 'ट्रॉफी चोरी' का उदाहरण सभी के सामने है, तो वहीं अपने स्टार क्रिकेटरों बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को काफी समय तक सक्रिय क्रिकेट से दूर रखने वाला पाकिस्तान बोर्ड ने अब एक और हरकत कर डाली है. PCB ने केंद्रीय अनुबंध की 'ए' कैटेगिरी को खत्म करते हुए इसमें शामिल सभी खिलाड़ियों को 'बी' श्रेणी में डाल दिया है. इसमें मोहम्मद रिजवान भी शामिल हैं. लेकिन रिजवान ने इस अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है. एक विश्वसनीय सूत्र के अनुसार, नए अनुबंध प्राप्त करने वाले 30 खिलाड़ियों में से रिजवान एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं किया है. ऐसा करके रिजवान ने एक तरह से पीसीबी को चैलेंज दे दिया है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने नए अनुबंधों की पेशकश करते हुए प्रतिष्ठित श्रेणी 'ए' को हटा दिया है, जो पहले केवल बाबर आजम, रिजवान और शाहीन शाह अफरीदी को ही दी जाती थी. बोर्ड 'ए' श्रेणी को हटा कर खिलाड़ियों को यह स्पष्ट संदेश देना चाहता है कि वह पिछले एक साल में उनके प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं है. बोर्ड ने इस बार इन तीनों अनुभवी खिलाड़ियों सहित 10 खिलाड़ियों को श्रेणी 'बी' में रखा है. रिजवान ने हालांकि हाल ही में बोर्ड को स्पष्ट कर दिया था कि वह इस अनुबंध पर तभी हस्ताक्षर करेंगे जब बोर्ड उनकी कुछ शिकायतों का समाधान करेगा. सूत्र ने कहा कि रिजवान की ये मांगें उन्हें वनडे टीम के कप्तान पद से हटाए जाने के बाद की गई हैं.
कप्तानी कर चुके मोहम्मद रिजवान की है ये मांग
रिजवान ने बोर्ड से उन्हें और अन्य सीनियर खिलाड़ियों को पहले की तरह ए श्रेणी में रखने का अनुरोध किया है और यह भी स्पष्ट किया है कि किसी को भी कप्तान नियुक्त करते समय बोर्ड को उसे अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए एक स्पष्ट कार्यकाल और समय देना चाहिए. रिजवान को दिसंबर 2024 के बाद से पाकिस्तान की टी20 टीम में नहीं चुना गया है. उन्हें हाल ही में एकदिवसीय टीम के कप्तान के पद से हटा दिया गया. उनकी जगह यह जिम्मेदारी शाहीन शाह अफरीदी को दी गयी है.














