रविवार को मुबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या क्वालीफायर2 (Qualifier2) में पंजाब के खिलाफ (PBKS vs MI) 204 का विशाल लक्ष्य देने के बाद दूसरी पाली में ख्वाबों के साथ मैदान पर उतरे थे, लेकिन ख्वाबों और हकीकत के बीच पंजाब कप्तान श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) आ गए. और अय्यर (87 रन, 41 गेंद, 5 चौके, 8 छक्के) ने जड़े प्रचंड प्रहार से मुंबई के ख्वाबों को चकनाचूर करते हुए मेगा टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली. अय्यर ने मुंबई के मजबूत आक्रमण की सुतली खोल दी. बड़े-बड़े 8 छक्कों से ऐसा हमला बोला कि इंडियंस बस देखते रह गए.
मंगलवार को खेले जाने वाले फाइनल से पहले अय्यर ने कहा,'मैं सो नहीं सका. मेरे पास सोने के लिए सिर्फ चार घंटे थे और फिर से मैं यहां हूं. मैं अपने कमरे में गया और जो अगली बात मैं जानता हूं, वह यह है कि मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा हूं.' क्वालीफायर-2 में अपनी पारी के बारे में अय्यर ने कहा, 'यह मेरे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एख है. उम्मीद है कि फाइनल में भी मैं और टीम ऐसा ही प्रदर्शन करेंगे'
अय्यर के नाम वेरी-वेरी स्पेशल रिकॉर्ड
सोमवार को फाइनल श्रेयस अय्यर ने इतिहास रच दिया. अय्यर की कप्तानी में पंजाब की टीम फाइनल में पहुंची और इसी के साथ ही अय्यर आईपीएल इतिहास में इकलौते ऐसे कप्तान बन गए हैं जिनकी कप्तानी में तीन अलग-अलग टीम फाइनल में पहुंचीं. इससे पहले अय्यर ने कप्तान के तौर पर 2020 में दिल्ली कैपिटल्, 2024 में केकेआर और अब पंजाब किंग्स को अय्यर ने अपनी कप्तानी में फाइनल में पहुंचाया है. अय्यर से पहले कोई भी कप्तान अभी तक पिछले 17 सालों में ऐसा नहीं कर सका है.