Pak vs Eng 1st Test: ओली पोप के साथ कुछ तो गड़बड़ है, जो इंग्लैंड कप्तान के साथ हुआ, वह रिकॉर्ड से कम नहीं

Pakistan vs England, 1st Test: शुरू हुए सीरीज के पहले टेस्ट में मुल्तान में पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने अच्छे संकेत दिए हैं, लेकिन खास मामले ओली पोप का भाग्य जगता नहीं दिखाई पड़ रहा

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Ollie Pope: इंग्लैंड के कप्तान ओली पोप
नई दिल्ली:

Strange Record with Ollie Pope: मुल्तान में सोमवार को इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हुई तीन टेस्ट मैचों के की सीरीज के साथ ही पाकिस्तान का एक और बड़ा टेस्ट शुरू हो गया है. पिछले दिनों ही बांग्लादेश के हाथों मिली 2-0 से हार के बाद पाकिस्तान क्रिकेट में आया भूचाल अभी तक खत्म नहीं हुआ है.मुल्तान में सोमवार को शुरू हुए टेस्ट मैच के पहले दिन शुरुआती संकेत तो अच्छे मिले हैं. पाकिस्तान के दो शीर्ष बल्लेबाज अब्दुल्ला शफीक (102) और कप्तान शान मसूद (151) के बल्ले से शतक निकले हैं. बहरहाल, विषय पर लौटते हैं और बात इंग्लैंड कप्तान ओली पोप (Ollie Pope) की करते हैं, जिनके साथ एक बहुत ही अजीब बात देखने को मिली है. और जब इस पहलू को आंकड़ों की नजर से देखते हैं, तो यह अपने आप में किसी रिकॉर्ड से कम दिखाई नहीं पड़ता. 

घटना की बात करें, तो यह पाकिस्तान की बैटिंग के दौरान बशीर द्वारा मसूद को फेंकी 43वें ओवर की पहली गेंद थी. राउंद-द-विकेट आए बशीर के खिलाफ मसूद ने स्वीप खेलने की कोशिश की. गेंद थाई पैड से लगकर लेग स्लिप की तरफ गई, तो डकेट ने कैच लपकते हुए अपील की. साथ ही, डकेट ने कप्तान पोप को बताया कि गेंद ग्लव्स छू सकती है. पोप ने रिव्यू लिया, लेकिन अल्ट्रा-एज में यह बेकार चला गया. गेंद की ग्लव्स से मुलाकात नहीं हुई थी. इस फैसले में इंग्लैंड की बेचैनी ज्यादा दिखी, लेकिन खुद में भरोसा कम. डकेट मान कर चल रहे थे कि बैट-पैड कैच था, लेकिन उनके मानने और रिव्यू अंपायर की नजर में जमीन-आसमान का अंतर है. रिव्यू आया, तो यह इस मामले में ओली पोप के दुर्भाग्य में चार नहीं, तो दो चांद जरूर लग गए! और इसी बात ने घटना, आंकड़े को तो सामने ला ही दिया, तो चर्चा और सवाल भी पैदा हो गए.

ऐसा पोप के साथ ही क्यों हो रहा!

रिव्यू खराब चला गया और जो बात ओली पाप के मामले में निकलकर आई, वह अपने आप में रिकॉर्ड से कम नहीं है! अपनी कप्तानी में अभी तक ओली पोप ने 11 बार रिव्यू लिया है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इसमें एक भी रिव्यू सफल नहीं हुआ है. सभी 11 के ग्यारह पर पानी फिर गया. अब इसे क्या कहा जाए? पोप के साथ कुछ न कुछ गड़बड़ तो जरूर है और यह गड़बड़ अपने आप में किसी रिकॉर्ड से भी कम नहीं है. बस अंतर इतना है कि इस रिकॉर्ड की बुक में कोई कैटेगिरी नहीं है. तो पोप भाई कुछ कीजिए! राय-मशविरा लीजिए. कोई टोना-टोटका  भला अगर कर सकता है, तो वह भी करा लीजिए. भाई बात एक-दो बार की हो, तो समझ में आता है, लेकिन अगर किसी के 11 रिव्यू में एक भी सही न निकले, तो यही लगेगा कि "कुछ तो गड़बड़ है दया, कुछ तो गड़बड़ है !"


 

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