अब निलंबित WFI ने लिया यह फैसला, संजय सिंह बोले कि...

निलंबित WFI  बैठक की अध्यक्षता डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष संजय सिंह ने की जिसमें 12 अन्य चयनित सदस्यों ने भाग लिया. महासचिव प्रेम चंद लोंचाब और सीनियर उपाध्यक्ष देवेंदर कादियान ने बैठक में भाग नहीं लिया.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
नयी दिल्ली:

भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने मंगलवार को तय किया कि वह निलंबन हटवाने के लिये खेल मंत्रालय से बातचीत करेगा और यह भी कहा कि फिलहाल वह सरकार से टकराव नहीं चाहता लेकिन बातचीत नाकाम रहने पर कानूनी विकल्पों पर विचार किया जायेगा. WFI ने पहले कहा था कि निलंबन हटवाने के लिये वह कानून की शरण लेगा लेकिन अपनी कार्यकारी परिषद की बैठक में उसने विचार बदल दिया.  बैठक की अध्यक्षता डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष संजय सिंह ने की जिसमें 12 अन्य चयनित सदस्यों ने भाग लिया. महासचिव प्रेम चंद लोंचाब और सीनियर उपाध्यक्ष देवेंदर कादियान ने बैठक में भाग नहीं लिया.

यह भी पढ़ें: 

'मैं हर हालात में इसी तरह बल्लेबाजी करूंगा', श्रेयस अय्यर ने किया साफ, अफगानिस्तान के खिलाफ नहीं चुने गए थे

एमएस धोनी, तीरंदाज दीपिका कुमारी सहित 16 को मिला राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण

संजय सिंह ने बैठक के बाद कहा, ‘हम सरकार से टकराव नहीं चाहते. हम अदालत का दरवाजा नहीं खटखटा रहे. हम मंत्रालय से समय मांगेंगे और सरकार से बात करने की कोशिश करेंगे.' सरकार से समय नहीं मिलने पर क्या करेंगे, उन्होंने कहा, ‘पहले कोशिश तो कर लें. हम जानना चाहते हैं कि निलंबन हटवाने के लिये क्या करना होगा. यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने निलंबन के समय कुछ शर्ते रखी थीं. निलंबन का कारण चुनाव नहीं कराना था. सरकार ने हमें निलंबित किया लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह निलंबन कैसे हटेगा.'

उन्होंने कहा कि प्रदेश संघों ने कहा है कि पुणे में WFI द्वारा राष्ट्रीय चैंम्पियनशिप कराये जाने पर वे टीमें भेजेंगे और जयपुर में नहीं भेजेंगे जहां तदर्थ समिति टूर्नामेंट कराना चाहती है. समझा जाता है कि प्रदेश संघों द्वारा ट्रायल के जरिये चुने गए कई पहलवानों ने पुणे की टिकट बुक करा ली है, जहां 29 से 31 जनवरी तक डब्ल्यूएफआई राष्ट्रीय चैम्पियनशिप कराने जा रहा है. तदर्थ समिति ने तीन फरवरी से जयपुर और उसके बाद जूनियर वर्ग की चैम्पियनशिप ग्वालियर में कराने की घोषणा की है.

Featured Video Of The Day
IND vs SA World Cup Final: SA को 52 रन से हराकर पहली बार भारतीय महिला टीम बनी World Champion
Topics mentioned in this article