मौजूदा विश्व कप में मुंबई के ऐतिहासिक मैदान पर 201 रनों की असाधारण नाबाद पारी खेलकर ग्लेन मैक्सवेल ने पूरे क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया है. एक समय पर अफगानिस्तान के सामने महज 91 रनों के कुल योग पर 7 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही ऑस्ट्रेलिया को मैक्सवेल ने ना सिर्फ जीत दिलाई बल्कि अपनी टीम की वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में जगह भी सुनिश्चित कराई. क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने मैक्सवेल की इस पारी को क्रिकेट इतिहास की सर्वश्रेष्ठ पारी करार दिया है.
यह पारी इसलिए भी खास हो जाती है क्योंकि मैक्सवेल मुकाबले में एक समय पर दौड़ना तो दूर की बात ठीक से हिल भी नहीं पा रहे थे. लेकिन अपने दृढ़-निश्चय के चलते गेंद को बॉउंड्री पार भेजते हुए बखूबी नजर आए. मैक्सवेल ने 128 गेंदों पर 21 चौकों और 10 छक्कों की मदद से यह 201 रनों की अविश्वसनीय पारी खेली.
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब मैदान पर ऐसे करिश्में हुए हैं. यहां कुछ ऐसी ही पारियों का जिक्र किया गया है, जो आज भी फैंस के दिलों में जिंदा हैं -
बेन स्टोक्स
बेन स्टोक्स 25 अगस्त, 2019 को इंग्लैंड के लिए सुपरहीरो बन गए थे. उन्होंने हेडिंग्ले के मैदान पर एशेज के तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्रिकेट इतिहास की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक खेलकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया था. स्टोक्स की 219 गेंदों पर नाबाद 135 रनों की अविश्वसनीय पारी ने इंग्लैंड को 359 रनों के विशाल लक्ष्य को हासिल करने में मदद की थी. यह टेस्ट इतिहास में उनका सबसे सफल रन चेज भी है. इस मुकाबले में एक समय पर इंग्लैंड 286 के स्कोर पर 9 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी. उस दौरान इंग्लैंड को जीत के लिए 73 रनों की जरूरत थी.
हर्शल गिब्स
जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम पर 12 मार्च 2006 को वनडे क्रिकेट इतिहास का सबसे हाई स्कोरिंग मुकाबला खेला गया था. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवरों में 4 विकेट पर 434 रनों का टोटल खड़ा करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. रिकॉर्ड टोटल का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका के लिए हर्शल गिब्स 175 की ताबड़तोड़ पारी खेलकर कंगारूओं के गुरूर को ध्वस्त कर दिया था.
विराट कोहली
महान पारियों की बात हो और किंग कोहली का नाम न आए, ऐसा तो संभव नहीं है. विराट को चेज करते समय खेली गई कुछ नायाब पारियों के लिए 'चेज मास्टर' टाइटल भी दिया गया है. लेकिन हम आज उस पारी का जिक्र करने जा रहे हैं, जिसने दुनिया के तमाम फैंस और एक्सपर्ट्स का ध्यान आकर्षित किया था.
साल 2012 में खेली गई कॉमनवेल्थ बैंक ट्राई-सीरीज के एक मुकाबले में भारत और श्रीलंका आमने-सामने थे. यह भारत के लिए करो या मरो का मैच था क्योंकि फाइनल में पहुंचने की संभावना बनाए रखने के लिए उसे बड़ी जीत की जरूरत थी. श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 4 विकेट पर 320 रन बनाए. भारत के सामने एक कठिन लक्ष्य था और उन्हें अपनी संभावनाएं बरकरार रखने के लिए इसे 40 ओवर के भीतर ही इसे हासिल करना था. इस दौरान विराट कोहली ने सिर्फ 86 गेंदों पर 133* रनों की तूफानी पारी खेलकर बता दिया कि जल्द ही वह इस खेल के 'वन ऑफ द ग्रेटेस्ट' बनने वाले हैं. उनकी इस पारी ने भारत को 37 ओवर के अंदर लक्ष्य हासिल करने में मदद की.
कपिल देव
साल 1983 वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ एक महत्वपूर्ण मुकाबले में कपिल देव के बल्ले से 175 रनों की नाबाद पारी आई थी. यह पारी इसलिए खास थी क्योंकि भारतीय टीम एक समय पर महज 17 रन के कुल स्कोर पर 5 विकेट गंवा चुकी थी.
रोहित शर्मा
कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान पर 29 नवंबर 2013 को श्रीलंका के खिलाफ रोहित शर्मा के बल्ले से क्रिकेट इतिहास की सर्वश्रेष्ठ पारी निकली थी. रोहित ने इस मुकाबले में 173 गेंदों का सामना करते हुए 33 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 264 रनों की नाबाद पारी खेली थी. हिटमैन का यह रिकॉर्ड अभी तक कोई भी नहीं तोड़ पाया है.
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