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Shami-Bumrah का विरोधी टीमों में ख़ौफ़, हर 10 गेंद से पहले लेते हैं विकेट, 'अब तक की बेस्ट भारतीय गेंदबाज़ी'

भारत के पास पावर प्ले में विकेट लेने के लिए तीन पेसर्स हैं तो मिडिल ओवर में विकेट निकालने वाले दो कमाल के स्पिनर्स हैं. भारत की गेंदबाज़ी वर्ल्ड कप में सबसे संतुलित और सबसे घातक है, इसमें कोई दो राय नहीं है.

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भारत ने आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 के 33वें मुकाबले में श्रीलंका को रिकॉर्ड 302 रनों से हराकर जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई. इस मैच में एक बार फिर मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह की तिकड़ी का जलवा देखने को मिला. मोहम्मद शमी के पांच विकट और श्रीलंका के तीन विकटों के दम पर भारत ने श्रीलंका को 55 रनों पर ऑल-आउट किया. "ये टीम अब पिक्चर परफ़ेक्ट हो गई है और इसकी बड़ी वजह है इसकी घातक गेंदबाज़ी." टीम इंडिया के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और पूर्व चयनकर्ता सैयद सबा करीम शुरु से ही टीम इंडिया की गेंदबाज़ी को लेकर आश्वस्त रहे हैं. ख़ासकर पावर प्ले में जसप्रीत बुमराह और मो. शमी की अद्वितीय गेंदबाज़ी ने टीम का मनोबल सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है. सबा ये भी कहते हैं , "भारत ने सारे बेसेज़ .कवर कर लिये हैं. भारत के पास पावर प्ले में विकेट लेने के लिए तीन पेसर्स हैं तो मिडिल ओवर में विकेट निकालने वाले दो कमाल के स्पिनर्स हैं. भारत की गेंदबाज़ी वर्ल्ड कप में सबसे संतुलित और सबसे घातक है, इसमें कोई दो राय नहीं है. "

हर 10 गेंद से पहले 1 विकेट- ये है मो. शमी का हैरान करने वाला स्ट्राइक रेट. सिर्फ़ 9.4 के स्ट्राइक रेट  का मतलब है कि तक़रीबन हर 10 गेंद पर वो विपक्षी टीम का एक विकेट ले उड़ते हैं. वर्ल्ड कप में बाक़ी खिलाड़ियों से वो मीलों आगे हैं. यही वजह है कि सिर्फ़ 14 मैचों में अबतक उनके नाम वर्ल्ड कप में 45 विकेट हो गए हैं.  मैकेनिकल इंजीनियर, इन्वेस्टमेंट बैंकर और क्रिकेट आंकड़ा विशेषज्ञ Sarvesh इसे बड़े ही दिलचस्प अंदाज़ में पेश करते हैं-

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Python कोडिंग लैंग्वेज के सहारे सर्वेष का ये विश्लेषण बताता है कि कैसे सिर्फ़ तीन मैच में 14 विकेट लेने वाले मो. शमी श्रीलंका के दिलशान मधुशंका (23 विकेट), शाहीन शाह आफ़रीदी (16 विकेट), Marco Jansen (16 विकेट), एडम ज़ंपा (16 विकेट) और यहां तक कि कई बार जसप्रीत बुमराह (15) विकेट से भी ज़्यादा घातक साबित हो रहे हैं.

पूर्व भारतीय क्रिकेटर रीतिन्दर सिंह सोढ़ी कहते हैं, " बुमराह और मो.शमी जिस जोड़ी की तरह शिकार करते हैं कि लगता है कि बल्लेबाज़ों का गला भी घोट रहे हैं और सांस भी नहीं लेने दे रहे. टूर्नामेंट से पहले लगता था कि बल्लेबाज़ ख़िताब जिताएंगे लेकिन अब ये कॉन्फ़िडेंस गेंदबाज़ों पर शिफ़्ट हो गया है. हमारे गेंदबाज़ अब 200 का स्कोर भी डिफेंड कर सकते हैं- किसी भी टीम के ख़िलाफ़ "

श्रीलंका के ख़िलाफ़ मो. शमी 5 ओवर में 1 मेडन रखते हुए 18 रन देकर पांच विकेट झटके. ये कारनामा शमी ने इसी टूर्नामेंट में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ धर्मशाला में (5/54) भी किया. शमी टूर्नामेंट में सिर्फ़ तीसरा मैच खेल रहे हैं. और इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 4/22 विकेट सहित कुल 14 विकेट ले चुके हैं. वर्ल्ड कप में 45 विकेट. यानी ज़हीर ख़ान और जावागल श्रीनाथ के 44 विकेटों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए अब शमी इस एलीट भारतीय लिस्ट में सबसे ऊपर आ गए हैं.

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