ऑस्ट्रेलिया के महानतम कप्तानों में से एक इयान चैपल ने कहा कि अगर पैट कमिंस की प्रेरणादायी कप्तानी, शानदार कौशल और मैदान के अंदर और बाहर का आचरण उनके साथी खिलाड़ियों को प्रेरित नहीं करता तो वे गलत खेल में हैं. कमिंस ने छह महीने के दौरान एशेज खिताब बरकरार रखा, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीती और भारत में वनडे विश्व कप जीता है. चैपल ने ‘ईएसपीएन क्रिकइंफो' में अपने कॉलम में लिखा, ‘कोई भी क्रिकेटर अगर कमिंस से प्रेरणा नहीं ले पाता है तो वह गलत खेल में है.' उन्होंने लिखा, ‘कमिंस हमेशा ही अच्छे कप्तान बनते. कुछ देर के लिए अगर उनके तेज गेंदबाज के तौर पर कप्तान के कारण होने वाली मुश्किलों को नजरअंदाज कर दिया जाये तो वह आस्ट्रेलियाई टीम में सबसे ज्यादा प्रेरणादायी खिलाड़ी है जिसे क्रिकेट की समझ है.'
वहीं, अगर उनके साथ क्रिकेट खेलने वाले कुछ बड़े नाम की बात की जाये, तो वे आक्रामकता का मुखौटा पहने होते हैं, बेकार की छींटाकशी करते हैं लेकिन यहीं कमिंस अपने प्रदर्शन से उन पर बाजी मार लेते हैं. चैपल ने लिखा, ‘कमिंस और उनकी टीम को खेलते हुए देखना अच्छा लगता है. कमिंस की टीम के अति आक्रामक होने की बात की जाती है, लेकिन इसमें नकारात्मक प्रभाव नहीं दिखता.'
चैपल ने कहा, ‘मैं उन्हें मार्क वॉ और अनिल कुंबले की श्रेणी में रखूंगा जो काफी प्रतिस्पर्धी थे. विश्व क्रिकेट के सबसे सम्मानित खिलाड़ियों में शुमार चैपल ने कहा, ‘बड़बोलापन आपको चुनौतीपूर्ण खिलाड़ी नहीं बनाता बल्कि यह इसके विपरीत होता है.' उन्होंने कहा, ‘बल्कि कमिंस एक शानदार तेज गेंदबाज हैं और अकसर उनकी इसलिये प्रशंसा की जाती है क्योंकि वह जरूरत पड़ने पर विकेट दिलाता है. वह ऐसा गेंदबाज है जो नियमित रूप से प्रतिद्वंद्वी टीम के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों को परेशान करता है. यही खासियत उसे प्रेरणादायी कप्तान बनाती है.'