राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के क्रिकेट निदेशक कुमार संगकारा (Kumar Sangakkara) का मानना है कि रविचंद्रन अश्विन एक महान क्रिकेटर हैं लेकिन उन्हें सुधार के बारे में सोचकर पारंपरिक आफ ब्रेक गेंद अधिक डालनी चाहिये. भारत के लिये सर्वाधिक टेस्ट विकेट (442) लेने वाले गेंदबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर काबिज अश्विन अपनी गेंदबाजी में काफी प्रयोग करते हैं. वह कई बार पारंपरिक आफ ब्रेक से अधिक कैरम बॉल डालते हैं. संगकारा ने आईपीएल फाइनल में गुजरात टाइटंस से सात विकेट से हार के बाद कहा ,‘‘ अश्विन ने हमारे लिये बेहतरीन प्रदर्शन किया है.
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उन्होंने कहा ,‘‘क्रिकेट के मैदान पर उसकी उपलब्धियां उसे लीजैंड बनाती हैं. इसके बावजूद सुधार की गुंजाइश है , खास तौर पर उसे आफ स्पिन गेंद अधिक डालनी चाहिये. अश्विन इस सत्र में 17 मैचों में 12 विकेट ही ले सके. फाइनल में भी उन्होंने आफ ब्रेक गेंदों की बजाय कैरम बॉल अधिक डाली. उन्होंने तीन ओवर में 32 रन दिये और उन्हें कोई विकेट नहीं मिल सकी.
राजस्थान की टीम नौ विकेट पर 130 रन ही बना सकी और संगकारा का मानना है कि वह काफी नहीं थे. उन्होंने कहा ,‘‘130 रन कभी काफी नहीं थे. हम यह भी बात कर रहे थे कि पहले गेंदबाजी चुनी जाये. जब हम मैदान पर पहुंचे तो पिच सूखी थी और हमें लगा कि यह धीमी हो जायेगी जिससे हमारे स्पिनरों को टर्न मिलेगा, हम 160 . 165 रन की उम्मीद कर रहे थे.''
उन्होंने कहा ,‘‘ हमने दस ओवर में एक विकेट पर 70 रन बनाये थे और हम अच्छी स्थिति में थे लेकिन संजू के आउट होने के बाद उनके गेंदबाजों ने दबाव बना लिया. हमने पावरप्ले में उनके कुछ विकेट निकाले लेकिन शुभमन गिल को पहले ओवर में जीवनदान देना महंगा पड़ा. सत्र में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद संगकारा का मानना है कि टीम को कई क्षेत्रों में प्रदर्शन में सुधार करना होगा. उन्होंने कहा ,‘‘ हमें काफी क्षेत्रों में सुधार करना है. बल्लेबाजी की बात करें तो जोस बटलर, संजू और शिमरोन हेटमायेर ने काफी रन बनाये. रियान पराग और देवदत्त पडिक्कल ने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन उन्हें अधिक योगदान देना होगा.
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