दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज का तीसरा, आखिरी और निर्णायक मुकाबला भारत के लिए शुभ नोट के साथ शुरू हुआ. टीम इंडिया ने लगाताार 20 टॉस हार के सफर रोकने पर रोकने पर लगाम लगाई, तो वहीं पहले बॉलिंग चुनने के बाद दक्षिण अफ्रीका को बैटिंग के लिए अच्छी पिच पर 270 पर ही समेट दिया, जब मैच से पहले स्कोर के 325 और यहां तक कि 350 का स्कोर बनाने की भविष्यवाणी तमाम दिग्गजों ने की थी. लेकिन आलोचना झेल रहे पेसर प्रसिद्ध कृ्ष्णा और कुलदीप यादव ने ऐसे वार किए कि मेहमान टीम अनुमान से कहीं पहले 270 रन ही बना सकी. लेकिन यह कुलदीप यादव रहे, जो प्रभावी दिखे. दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज कलाई से यादव की गेंदों को पड़ने में बिल्कुल नाकाम रहे.
विराट को कुलदीप का चैलेंज!
यादव ने कोटे के 10 ओवरों में 41 रन देकर चार विकेट चटकाए. इसे पहले जहां कुलदीप ने रायपुर में भारत की हार में 1 ही विकेट लिया था, तो रांची में पहले वनडे में चार ही विकेट लिए थे. मतलब जहां एक तरफ विराट कोहली शतकों से दक्षिण अफ्रीकियों का बैंड बजाते रहे, तो गेंद से यह वार करने का काम कुलदीप यादव ने किया. और अब हाल यह है कि तीसरे वनडें में कोहली की बैटिंग आने से पहले ही कुलदीप ने पूर्व कप्तान को प्लेयर ऑफ द सीरीज का चैलेंज दे दिया. कोहली जहां अभी तक सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं, तो विकेटों में यही बात कुलदीप पर लागू होती है. कुलदीप ने 3 मैचों में दोनों टीमों सबसे ज्यादा 9 विकेट चटकाए. यानी प्रति मैच 3 विकेट.
अब कोहली को करना होगा यह काम!
शुरुआती दोनों मैचों में शतक जड़ने वाले विराट ने तीसरे मैच में भी मानो वहीं से शुरुआत की, जहां उन्होंने रायपुर में छोड़ा था. तीसरे मैच में कोहली ने दूसरे मैच की तुलना में आक्रामक बैटिंग करते हुए 45 गेंदों पर 6 चौकों और 3 छक्कों से 65 रन बनाए. इस नाबाद पारी का असर यह हुआ कि 3 मैचों में कोहली का औसत 151 पर जा पहुंचा. इसमें 2 शतक और 1 अर्द्धशतक शामिल है और विराट ने 3 मैचों में कुल मिलाकर 302 रन बनाए. इस सौ के औसत ने प्लेयर ऑफ द सीरीज की रेस में 9 विकेट चटकाने वाले कुलदीप यादव को पीछे छोड़ दिया.














