मुल्लांपुर का महाराज यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी कर रहा था. फैंस को उम्मीद थी कि टीम इंडिया जीत के साथ स्टेडियम का उद्घाटन करेगी. लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. दक्षिण अफ्रीका ने भारत को एकतरफा अंदाज में 51 रनों से हरा दिया और मुकाबला अपने नाम किया. ओस को ध्यान में रखते हुए भारतीय कप्तान ने लक्ष्य का पीछा करने का विकल्प चुना था. लेकिन अफ्रीकी गेंदबाजों की धारदार गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाज ढह गए. तिलक वर्मा और हार्दिक पांड्या ने कुछ संघर्ष दिखाया, लेकिन यह काफी नहीं था.
बुमराह-अर्शदीप ने डुबोई लुटिया
जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने खूब रन लुटाए. ओस के चलते गेंदबाजी थोड़ी मुश्किल थी. लेकिन ऐसे लगा कि भारतीय गेंदबाजों के पास कोई प्लान बी नहीं था. शुरुआती दो ओवर तो भारत के पक्ष में रहे, लेकिन फिर अफ्रीकी बल्लेबाज क्विंटन डि कॉक ने जो प्रहार किया, उसके सामने गेंदबाज बचते नजर आए. अफ्रीका को पहला झटका रीजा के रूप में लगा, लेकिन डि कॉक ने दूसरे छोर से पिटाई जारी रखी.
भारत के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने 11 की इकॉनमी से रन लुटाए. अर्शदीप का हाल तो और बुरा रहा. उन्होंने अपने एक ओवर में 7 वाइड थी. उस ओवर में साफ तौर पर लग रहा था कि अर्शदीप बल्लेबाज से बच रहे थे. अर्शदीप ने 4 ओवर में 54 रन दिए. बुमराह ने 4 ओवर में 45 रन.
हार्दिक-दुबे को भी पड़ी मार
मुख्य गेंदबाजों की पिटाई के बाद दोनों सीमर ऑल-राउंडर को गेम थोड़ा कंट्रोल करना था, लेकिन उनकी भी जमकर धुनाई हुई. हार्दिक ने 3 ओवर में 34 रन दिए. उनकी इकॉनमी 11.30 की रही. जबकि दुबे ने 2 ओवर में 18 रन दिए. वरुण चक्रवर्ती को छोड़कर सभी को खूब मार पड़ी.
जब तक क्विंटन डि कॉक खेल रहे थे, तब लग रहा था कि अफ्रीकी टीम 200 पार का स्कोर आसानी से कर लेगी. लेकिन जितेश ने विकेट के पीछे ग्लव्स से जबरदस्त काम किया और डि कॉक को रन आउट किया. इस समय दक्षिण अफ्रीका स्कोर 15.1 ओवर में 156 था.
इसके अगले ओवर में अक्षर पटेल ने डेवाल्ड ब्रेविस को तिलक के हाथों कैच आउट करवा पवेलियन की राह दिखाई. इस समय लगा कि भारतीय गेंदबाज गेम थोड़ा स्लो कर सकते हैं, लेकिन वो इसमें विफल रहे. डोनोवन फरेरा और डेविड मिलर ने पांचवें विकेट के लिए सिर्फ 23 गेंदों पर 53 रनों की साझेदारी कर टीम का स्कोर 200 पार किया.
कप्तान उपकप्तान सब फेल
बोर्ड पर 214 का टोटल था. ऐसे में टीम को अभिषेक और शुभमन गिल से मजबूत साझेदारी की उम्मीद थी. लेकिन गिल एक बार फिर फ्लॉप हुए. गिल गोल्डन डक हुए. अभिषेक शर्मा, जो अभी तक भारत को दमदार शुरुआत दिलाते आए थे, वो भी अपने घर पर फ्लॉप हुए. अभिषेक 17 रन बना पाए. इसके बाद भारत ने कप्तान सूर्यकुमार यादव का विकेट गंवाया. यह 20वीं पारी थी, जब कप्तान सूर्या अर्द्धशतक नहीं लगा पाए. भारत ने पावरप्ले के अंदर ही टॉप-ऑर्डर बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे.
मौके को नहीं भुना पाए हार्दिक-तिलक
भारत 10 ओवरों के बाद तक रन रेच में था, क्योंकि क्रीज पर हार्दिक पांड्या और तिलक वर्मा की जोड़ी थी. इस दौरान भारत का जरूरी रन रेट बढ़कर 13 का हो गया था. यह जरूरी था कि तिलक और हार्दिक मारकर खेलते. भारत को यहां कुछ बड़े ओवरों की जरूरत थी. लेकिन अगले दो ओवरों में सिर्फ 13 रन आए. इससे दबाव बढ़ गया. 12वें ओवर की समाप्ति पर जरूरी रन रेट बढ़कर 15 का हो गया और यहां से मैच लगभग पूरी तरह से भारत की पकड़ से निकल गया.
बल्लेबाजी फ्लॉप
भारतीय बल्लेबाजी इस मुकाबले में फ्लॉप रही. गेंदबाजों ने रन लुटाए, ओस को कारण माना जा सकता है, लेकिन उसके बाद बल्लेबाजों पर जिम्मा था और उन्होंने निराश किया. तिलक वर्मा को छोड़कर सभी बल्लेबाजों ने खराब प्रदर्शन किया. तिलक ने 34 गेंदों में 2 चौके और पांच छक्कों के दम पर 62 रन बनाए. भारतीय बल्लेबाज अगर आक्रमक बल्लेबाजी करते तो मैच का परिणाम कुछ और ही होता. हालांकि, सीरीज अभी जिंदा है और टीम के पास 14 दिसंबर को सीरीज में बढ़त लेने का मौका है. फिलहाल अफ्रीका ने इस जीत के साथ ही सीरीज 1-1 से बराबरी कर ली है.
यह भी पढ़ें: IND vs SA 2nd T20I: जीत के साथ ही दक्षिण अफ्रीका ने तोड़ा ऑस्ट्रेलिया का महारिकॉर्ड, ऐसा करने वाली पहली टीम














