भारतीय टीम20 कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए साल 2025 ऐसा ग्रहण लेकर आया कि यह हटने का नाम नहीं ले रहा है. साल खत्म होने को और 17 मैचों में औसत 17 का भी नहीं है. सवाल यह है कि आखिर हेड कोच गौतम और स्पोर्ट स्टॉफ क्या कर रहा है? समस्या वाकई बहुत गंभीर है! फैंस बातें कर रहे हैं कि कहीं इसके पीछे वजह यह तो नहीं कि इस साल सूर्यकुमार के बैटिंग ऑर्डर से कुछ ज्यादा ही छेड़छाड़ की गई? कहीं इससे तो सूर्यकुमार की लय नहीं बिगड़ गई. काफी हद तक ऐसा नजर आता है. आप आंकड़ों से यह पूरी कहानी समझिए
साल 2017 में सूर्यकुमार यादव
साल 2017 में यादव की बैटिंग नंबर-3 और नंबर-4 के बीच ही झूलती रही. इस इस साल अभी तक (पहले टी20 से पहले) तक सूर्या ने 17 में से 9 मैचों में नंबर तीन पर बल्लेबाजी की और इस क्रम पर उन्होंने 24.00 के औसत से 144 रन बनाए. बेस्ट स्कोर नाबाद 47 रहा. वहीं, उस नंबर चार पर उनका औसत सिर्फ 6.66 का ही रहा, जिस पर उन्होंने करियर के ज्यादार हिस्से में सर्वश्रेष्ठ औसत निकाला.
नंबर-4 पर दिखा है सबसे ज्यादा दम
यादव ने करियर में पहले टी20 से पहले तक खेले कुल 95 में से 49 मैचों में नंबर-4 पर बैटिंग की. और इसी बैटिंग ऑर्डर पर यादव ने 39.87 का औसत निकाला. यह नंबर-3 पर 30 मैचों में समग्र 33.76 के औसत से कहीं बेहतर है. वहीं, जहां सूर्या ने नंबर-4 पर बैटिंग करते हुए 3 शतक जड़े, तो नंबर-3 पर एक ही शतक आया..
मिलेगा यादव को परमानेंट नंबर?
इस प्रदर्शन को देखते हुए हेड कोच गौतम को टी20 विश्व कप से पहले ही यह बॉक्स टिक करना होगा. मैच सिर्फ दस बचे हैं. और देखने की बात यह होगी कि यादव को लेकर नंबर-3-4 प्रयोग जारी रहता है, या अब यहां से उन्हें वह नंबर फिर से स्थायी रूप से दिया जाएगा, जिस पर उनका बल्ला बोलता रहा है?














