- भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई, जिसमें भारत इंग्लैंड की जमीन पर खिताब नहीं जीत सका.
- अर्शदीप सिंह ने इंग्लैंड में काउंटी चैंपियनशिप में पांच प्रथम श्रेणी मैचों में 41.8 की औसत से 13 विकेट लिए थे.
- फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अर्शदीप ने 21 मैचों में 30.37 की औसत से 66 विकेट लिए हैं.
Arshdeep Singh, India Tour Of England 2025: भारत का इंग्लैंड दौरा समाप्त हो चुका है. जहां दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई. भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद थी कि पिछले 17 सालों से चली आ रही नाकामयाबी को पीछे छोड़ते हुए टीम इंडिया इस बार इंग्लिश जमीं पर खिताब पर कब्जा जमाएगी, लेकिन ऐसा न हो सका. शुरूआती मुकाबलों में बुमराह को आराम दिए जाने और प्रसिद्ध कृष्णा एवं शार्दुल ठाकुर के फ्लॉप होने के बाद टीम इंडिया को एक पेशेवर तेज गेंदबाज की कमी खली. कप्तान और कोच ने अर्शदीप सिंह पर भरोसा जताया होता तो शायद परिणाम आज कुछ और हो सकता था. देशवासी सीरीज बराबरी की नहीं बल्कि जीत का जश्न मना रहे होते.
काउंटी चैंपियनशिप में जलवा बिखेर चुके हैं अर्शदीप
अर्शदीप सिंह के नाम पर हम चर्चा इसलिए कर रहे हैं. क्योंकि उनके पास इंग्लिश जमीं पर शिरकत करने का अनुभव था. 2023-24 में 26 वर्षीय गेंदबाज ने यहां कुल पांच प्रथम श्रेणी मुकाबलों में हिस्सा लिया था. जहां आठ पारियों में वह 41.8 की औसत 13 विकेट चटकाने में कामयाब हुए थे. इस दौरान उन्होंने विपक्षी बल्लेबाजों की जमकर परीक्षा ली थी. हाल यह था कि विपक्षी खिलाड़ी उनकी हवा में तैरती गेंदों को देख बुरी तरह से हैरान थे. जिसका सबूत उनका मेडन ओवर है. उस दौरान उन्होंने 31 ओवर मेडन डाले थे
एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 में तेज गेंदबाजों का रहा जलवा
हाल ही में समाप्त हुए एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 में तेज गेंदबाजों का जलवा रहा. जिसके बाद अर्शदीप सिंह के स्विंग कराने की कला को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिला होता तो वह भारतीय टीम के लिए काफी कारगर साबित हो सकते थे. क्योंकि युवा गेंदबाज गेंद को दोनों तरफ घुमाने में महारथ रखता है.
दमदार है अर्शदीप सिंह का फर्स्ट क्लास प्रदर्शन
अर्शदीप सिंह ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपनी दमदार गेंदबाजी से हर किसी का ध्यान खिंचा है. उन्होंने यहां अबतक कुल 21 मैच खेले हैं. इस बीच उनको 37 पारियों में 30.37 की औसत से 66 सफलता हासिल हुई है. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम दो बार पांच, जबकि एक बार चार विकेट चटकाने का रिकॉर्ड दर्ज है. यहां उनकी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 40 रन खर्च कर छह विकेट है.
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