Ind vs Ban: इस पेसर ने परफॉरमेंस से बाकी दावेदारों को पीछे छोड़ा, बना अगरकर की पहली पसंद, मिली टीम में जगह

India vs Bangladesh: कुछ परफॉरमेंस ऐसी होती हैं, जो प्रतिद्वंद्वियों को नॉकआउट कर देती हैं. और यह प्रदर्शन भी ऐसा ही रहा

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नई दिल्ली:

India vs Bangladesh: बांग्लादेश के खिलाफ 19 सितंबर से शुरू होने जा रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज (Ind vs Ban) के लिए रविवार को खत्म हुए दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) के "पहले राउंड" में सेलेक्टरों को अतिरिक्त पेसर की तलाश थी. सभी उभरते हुए पेसर अच्छी तरह जानते थे कि मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) पूरी तरह से फिट नहीं हैं. ऐसे में तमाम  दावेदारों ने अपना सबकुछ झोंक दिया. इनमें हर्षित राणा (Harshit Rana), मुकेश कुमार (Mukesh Kumar), नवदीप सैनी (Navdeep Saini), लेफ्टी यश दयाल (Yash Dayal) सहित कई पेसर रहे. इनके प्रदर्शन की गूंज साफ महसूस कई गई, लेकिन निर्विवादित रूप से इसमें बाजी मारकर लेकर आकाश दीप, जिन्होंने पारी में 5 सहित मैच में कुल नौ विकेट चटकाए. इसी प्रदर्शन की बदौलत आकाश दीप को बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए घोषित भारतीय 16 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है. बहरहाल, आकाश दीप यह कारनामा करने के बाद व्यस्त सत्र से पहले उन चीजों पर ध्यान दे रहे है जिसमें उन्हें सुधार करने की जरूरत है.

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उन्होंने रविवार को मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘अगर आप एक क्रिकेटर के रूप में संतुष्ट हो जाएंगे तो आप कभी कुछ नहीं सीख पाएंगे. जब तक मुझमें सीखने की भूख है, मैं कभी संतुष्ट नहीं हो सकता.' आकाश दीप ने कहा, ‘विकेट और नतीजे दो अलग चीजें हैं. कभी-कभी आपको परिणाम मिलेगा, कभी-कभी नहीं. लेकिन, सबसे महत्वपूर्ण बात प्रक्रिया है. जैसे गेंदबाजी करते समय ऐसे कौन से क्षेत्र हैं जिनमें अब भी सुधार किया जा सकता है.' इस साल की शुरुआत में रांची में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले आकाश ने काफी अंतराल के बाद लाल गेंद के प्रारूप में वापसी की है. बंगाल के इस खिलाड़ी ने कहा कि वह सत्र के लिए अपने तरीके से तैयारी कर रहे थे.

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इस पेसर ने कहा कि आकाश दीप ने कहा, ‘रांची में भारत के लिए पदार्पण और आईपीएल के बाद मैंने कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला. इतने लंबे अंतराल के बाद एक तेज गेंदबाज के रूप में मैच खेलना कठिन है, लेकिन मैं पिछले महीने से अभ्यास कर रहा हूं.' उन्होंने कहा, ‘हम अभ्यास मैचों को वास्तविक मैच के रूप में खेल रहे थे. इसलिए, हमारी मानसिकता अपनी मांसपेशियों को उस तरह की गेंदबाजी के लिए अभ्यस्त करने की थी और इससे मुझे बहुत मदद मिली.' भारत को इस सत्र में 10 टेस्ट खेलने हैं और दलीप ट्रॉफी में आकाश के इस प्रदर्शन ने निश्चित रूप से उन्हें जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के बाद तीसरे तेज गेंदबाज के लिए मजबूत विकल्प के लिए रखा है.

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आकाश हालांकि भविष्य के बारे में ज्यादा सोचे बिना मौजूदा समय पर ध्यान दे रहे है. उन्होंने कहा, ‘मैं जो भी मैच खेलता हूं उसे मैं अपना आखिरी मैच मानता हूं. मैं बहुत दूर तक नहीं सोचता. मेरे सिर्फ वर्तमान के बारे में सोचता हूं.' इस 27 साल के खिलाड़ी ने यहां शानदार नियंत्रण के साथ इन स्विंग और आउट स्विंग गेंदबाजी से बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया. उन्होंने कहा, ‘जब मैंने अपना करियर शुरू किया था, तो मैं एक इन-स्विंग गेंदबाज था. लेकिन लगभग दो-तीन साल पहले मेरे कंधे में चोट लग गई और उसके बाद मुझे इस तरह की स्विंग गेंदबाजी करने में परेशानी होती थी.'

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उन्होंने कहा, ‘एक गेंदबाज के रूप में आपके पास विविधता होना जरूरी है और मैंने विकल्प तलाशना शुरू कर दिया. मैंने आउट-स्विंग का अभ्यास किया और एक बार जब मेरा कंधा सामान्य हो गया तो मैंने दोनों विविधताओं पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त कर लिया.' आकाश ने इस मौके पर अपने करियर में भारत और बंगाल के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के योगदान की सराहना की. आकाश बोले, ‘मैं उनसे (शमी) सलाह लेता हूं क्योंकि हमारी गेंदबाजी काफी हद तक एक जैसी हैं. मैंने उनसे पूछा कि ‘राउंड द विकेट गेंदबाजी करते समय बायें हाथ के बल्लेबाज के लिए गेंद कैसे बाहर की तरफ निकालें. इस पर उन्होंने मुझसे इसके लिए अधिक प्रयास न करने के लिए कहा क्योंकि यह स्वाभाविक रूप से होगा.'

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