भारत को आजादी के समय ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से कमजोर, कृषि-प्रधान और बिखरी हुई अर्थव्यवस्था मिली थी. स्वतंत्रता के बाद पंडित नेहरू ने मिश्रित और राज्य-प्रधान आर्थिक मॉडल अपनाया, इसमें कृषि और उद्योगों पर जोर था. 1991 में आर्थिक उदारीकरण नीति ने विदेशी निवेश को आकर्षित कर भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की थी.