ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी ग्रेग चैपल ने माइक टायसन का हवाला देते हुए भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में अपनी टीम के निराशाजनक प्रदर्शन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि ‘मेहमान टीम ने पहली गेंद पड़ने से काफी पहले ही अपने मुंह पर घूंसा जड़ दिया था.' ऑस्ट्रेलिया चार टेस्ट मैच के पहले दोनों मैच हार कर पहले ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवा चुका है. दोनों टेस्ट मैच तीन दिन के अंदर समाप्त हो गए जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की पूर्व क्रिकेटरों ने कड़ी आलोचना की. चैपल ने कहा, ‘वह माइक टायसन थे जिन्होंने इवांडर होलीफील्ड के खिलाफ मुकाबले से पहले कहा था, हर किसी के पास तब तक की योजना होती है जब तक कि उसके मुंह पर घूंसा न पड़ जाए.'
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उन्होंने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में लिखा,‘पहले दो टेस्ट मैच देखने के बाद मेरी चिंता यह है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली गेंद पड़ने से काफी पहले ही अपने मुंह पर घूंसा जड़ दिया था.' चैपल ने भारत के वर्तमान दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया की तैयारियों और योजनाओं पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा,‘रणनीति तैयार करना एक बात है लेकिन उसे त्रुटिपूर्ण आधार पर तैयार करना बेकार की कवायद है.' नागपुर में पहला टेस्ट मैच पारी और 132 रन से हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने दिल्ली में सिर्फ एक तेज गेंदबाज कप्तान पैट कमिंस के साथ उतरने का फैसला किया. उसने स्कॉट बोलैंड को बाहर कर दिया और बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुह्नमैन को पदार्पण का मौका दिया.
चैपल ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया को इस सीरीज को जीतने के लिए अपने मजबूत पक्षों के साथ खेलने की जरूरत थी. स्पिन गेंदबाजी हमारी ताकत नहीं है. इसके लिए टीम में स्पिनरों को चुनना भारत में सफलता हासिल करने का तरीका नहीं है.' उन्होंने कहा, ‘हमें अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को चुनना चाहिए था और उन पर भरोसा करना चाहिए था तथा बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करके उनका समर्थन करना चाहिए था.'
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