ICC ने लिया बड़ा फैसला, ट्रांसजेंडर महिला खिलाड़ियों के इंटरनेशनल मैच खेलने पर लगाया बैन

ICC Board Meeting Transgender Law: आईसीसी बोर्ड मीटिंग में पुरुष और महिला क्रिकेट में आईसीसी अंपायरों के लिए मैच फीस को एक समान रखने और जनवरी 2024 से प्रत्येक आईसीसी महिला चैम्पियनशिप सीरीज में एक तटस्थ अंपायर सुनिश्चित करना शामिल है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
ICC ने लिया बड़ा फैसला, ट्रांसजेंडर महिला खिलाड़ियों के इंटरनेशनल मैच खेलने पर लगाया बैन
ICC Board Meeting Transgender Law: ट्रांसजेंडर महिला खिलाड़ियों पर आईसीसी ने लगाया बैन

ICC Board Meeting Transgender Law : आईसीसी बोर्ड ने मंगलार को मीटिंग में उन क्रिकेटरों को अंतरराष्ट्रीय महिलाओं के खेल में प्रतिस्पर्धा करने से रोक दिया जो ‘मेल प्यूबर्टी' (पुरुषों में किशोरावस्था में होने वाला शारीरिक/लैंगिक बदलाव) हासिल कर चुके हैं. आईसीसी बोर्ड ने खेल के हितधारकों के बातचीत के बाद अंतरराष्ट्रीय खेल के लिए नए लिंग पात्रता नियमों को मंजूरी देते हुए महिला ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों पर बैन लगा दिया है.  इस नियम की दो साल के अंदर समीक्षा की जाएगी.

आईसीसी के फैसले का असर, डेनिएल मैकगेही पर होगा, जो इस साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने वाली पहली ट्रांसजेंडर खिलाड़ी बनीं थीं. डेनिएल मैकगेही मूल रूप से ऑस्ट्रेलिया की हैं, लेकिन 2020 में कनाडा चली गईं और 2021 में पुरुष से महिला बनीं. सितंबर 2023 में उन्होंने महिला टी20 अमेरिका क्वालीफायर में कनाडा के लिए मुकाबला खेला था.

Advertisement

आईसीसी के नए नियमों के तहत कोई भी पुरुष से महिला खिलाड़ी (ट्रांसजेंडर महिला खिलाड़ी या सेक्स चेंज करवाकर महिला बने पुरुष) जो किसी भी प्रकार के पुरुष यौवन से गुजर चुके हैं, उन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला मैचों में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं होगी, फिर चाहें उन्होंने किसी भी सर्जरी या लिंग परिवर्तन उपचार का सहारा लिया हो. आईसीसी का नया नियम महिलाओं के खेल की अखंडता की सुरक्षा, सुरक्षा, निष्पक्षता और समावेशन को बनाए रखने को लेकर उठाया गया है.

Advertisement

मंगलवार को आईसीसी की जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, यह फैसला डॉ. पीटर हरकोर्ट की अध्यक्षता वाली आईसीसी चिकित्सा सलाहकार समिति के नेतृत्व में की गई समीक्षा पर आधारित है. आईसीसी का यह फैसला अंतरराष्ट्रीय महिला मैचों पर ही लागू होगा. जबकि सदस्य बोर्ड घरेलू स्तर पर लैंगिक पात्रता को लेकर क्या फैसला लेते हैं, यह उन पर निर्भर करेगा.

Advertisement

आईसीसी की प्रेस रिलीज के अनुसार, आईसीसी के मुख्य कार्यकारी ज्योफ अलार्डिस ने इस मामले पर कहा,"लिंग पात्रता नियमों में बदलाव बहुत विचार-विमर्श के बाद किया गया है और यह विज्ञान पर आधारित है और समीक्षा के दौरान विकसित मूल सिद्धांतों के अनुरूप है. एक खेल के रूप में समावेशिता हमारे लिए अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण है, लेकिन हमारी प्राथमिकता अंतरराष्ट्रीय महिला खेल की अखंडता और खिलाड़ियों की सुरक्षा की रक्षा करना था."

Advertisement

इसके अलावा आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की कमेटी ने महिला मैच अधिकारियों के विकास में तेजी लाने के लिए एक पुरुष और महिला क्रिकेट में आईसीसी अंपायरों के लिए मैच फीस को एक समान रखने का फैसला लिया है. इसके अलावा आईसीसी बोर्ड ने जनवरी 2024 से प्रत्येक आईसीसी महिला चैम्पियनशिप सीरीज में एक तटस्थ अंपायर रखने का फैसला लिया है.

यह भी पढ़ें: "वनडे क्रिकेट को बचाना है तो .." , वर्ल्ड कप के तुरंत बाद वसीम अकरम ने ICC को दिए खास सुझाव

यह भी पढ़ें: 'पारी में तीसरी बार...', ये घड़ी बदल देगा पूरा खेल, आईसीसी ने बोर्ड मीटिंग में लिया बड़ा फैसला

Featured Video Of The Day
Top Headlines Of March 16: Aurangzeb की क्रब नष्ट करने की धमकी | MP में पुलिस पर हमला | Tej Pratap
Topics mentioned in this article