पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया टीम के World Cup 2023 जीतने के बाद लेफ्टी ट्रॉफी पर पैर रखकर फोटो खिंचवाने के लिए दुनिया भर खासकर भारतीय फैंसों के निशाने पर आए लेफ्टी पेसर मिचेल मार्श (Mitchell Marsh) को खासा निशाने पर लिया था. और अब इस घटना के कई दिन गुजर जाने के बाद मार्श ने घटना पर सफाई देते हुए कहा है कि उनका ट्रॉफी के प्रति निरादर का कोई इरादा नहीं था. वहीं मार्श यह भी बोले कि वह संभवत: इस घटना का फिर से अनुसरण करेंगे. मार्श ने पहली बार इस घटना पर मुंह खोलते हुए ऑस्ट्रेलियाई रेडियो सेन रेडियो के साथ बातचीत में विचार साझा किए.
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लेफ्टी पेसर ने सवाल के जवाब में कहा कि ईमानदारी से कहूं, तो मैं फिर से ऐसा करूंगा. वास्तव में इस तस्वीर में बिल्कुल भी निरादर का भाव नहीं है. मैंने इस बार में बहुत ज्यादा सोच-विचार किया है. मैंने बहुत ज्यादा सोशल मीडिया नहीं देखा है. हालांकि, लोगों ने मुझसे कहा है कि यह फोटो अब गट गई है. और इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
इस घटना पर बड़ी संख्या में प्रसंसकों के आपत्ति जताने के बाद भारतीय पेसर मोहम्मद शमी ने भी कहा था कि वह मिचेल के अंदाज से आहत हैं. एक फैन ने तो मामले की पीएमओ और खेल मंत्रालय से शिकायत करते हुए मार्श पर भारत में क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगाने की मांग तक कर डाली थी. अब जबकि मिचेल मार्श वापस ऑस्ट्रेलिया लौट चुके हैं, तो उनके कुछ साथी अभी भी पांच मैचों की टी20 सीरीज में खेल रहे हैं. मार्श ने कहा कि इस सीरीज ने टीम के जश्न पर बड़ा असर डाला है.
मार्श ने कहा कि World Cup 2023 जीतने वाली टीम के कुछ सदस्यों का भारत में रोकने का फैसला खासा सख्त था. उन्होंने कहा कि हमें इस तथ्य का सम्मान करना है कि हम ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल रहे हैं. और भारत के खिलाफ सीरीज हमेशा ही खासी लंबी होती है. उन्होंने कहा कि लेकिन एक मानवीय पहलू भी है. लड़कों ने विश्व कप जीता है और उनका हक है कि वे इसका जश्न मनाएं. और वापस लौटकर अपने परिवार के सदस्यों से मिलें. यह खासा रुचिकर है.