पूर्व क्रिकेटर का छलका दर्द, ब्रिटेन के संसद की कमेटी के सामने कहा- 'नस्लवाद' से मेरा करियर और सपना तबाह हो गया

यॉर्कशायर के 30 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर अजीम रफीक ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम में 'नस्लवाद' को लेकर बड़े खुलासे किए हैं. पूर्व क्रिकेटर ने बीते मंगलवार को ब्रिटेन के संसद की कमेटी के सामने अपनी बात रखी.

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
अजीम रफीक ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम में 'नस्लवाद' को लेकर बड़े खुलासे किए हैं
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • यॉर्कशायर के पूर्व क्रिकेटर का छलका दर्द
  • 'नस्लवाद' को लेकर किए कई खुलासे
  • नहीं चाहते उनका बेटा क्रिकेट खेले
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
लंदन:

यॉर्कशायर के 30 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर अजीम रफीक (Azeem Rafiq) ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम में 'नस्लवाद' को लेकर बड़े खुलासे किए हैं. पूर्व क्रिकेटर ने बीते मंगलवार को ब्रिटेन के संसद की कमेटी के सामने अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने बताया की यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब (Yorkshire County Cricket Club) में उन्हें कैसे 'नस्लवाद' का सामना करना पड़ा. इस दौरान उन्होंने कमेटी के सामने सबूत भी पेश किए. पूर्व क्रिकेटर कमेटी के सामने अपनी बात रखते हुए काफी भावुक भी हो गए थे. उनका कहना है कि वह कभी नहीं चाहेंगे कि उनका बेटा भविष्य में क्रिकेट खेले.

इसके अलावा उन्होंने काउंटी के उपर आरोप भी लगाया है. पूर्व क्रिकेटर का कहना है कि जब उनका कॉन्ट्रेक्ट खत्म हो रहा था तब उन्हें इस मामले में मुंह बंद रखने के लिए एक भारी रकम की पेशकश की गई थी. उन्होंने कहा, 'मेरे कॉन्ट्रैक्ट में जब चार से पांच महीनें शेष रह गए थे तब मुझे एक गोपनीयता फॉर्म भरने के लिए दिया गया. इस दौरान पैसों का एक पार्सल भी लेने को कहा जा रहा था, जो मैंने लेना उचित नहीं समझा. जब मुझे ये ऑफर दिया जा रहा था उस वक्त ये काफी बड़ी रकम थी. उस दौरान मैं और मेरी पत्नीं दोनों संघर्ष के दौर से गुजर रहे थे.'

T20 वर्ल्ड कप के गम से उबर भी नहीं पाई थी पाकिस्तान, टीम को लगा एक और बड़ा झटका

उन्होंने आगे कहा, 'मैं इस सदमें से गुजरने के लिए दिमागी तौर से तैयार नहीं था. इसलिए मैंने देश छोड़ दिया और अपने मुलवतन पाकिस्तान लौट आया. इसके पश्चात् मैं कभी वापस लौटना नहीं चाहता था.' पूर्व क्रिकेटर का कहना है काउंटी क्रिकेट क्लब में 'नस्लवाद' की वजह से उनका क्रिकेट करियर और सपना तबाह हो गया. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है 'नस्लवाद' की वजह से मेरा पूरा करियर और सपना तबाह हो गया. ये काफी डरावना एहसास रहा है. मुझे लगता है जो कुछ भी होता है वह किसी कारणवश ही होता है. भविष्य में 'नस्लवाद को लेकर कुछ बदलाव होता है तो यह मेरे लिए मेरे रन और विकेट से बढ़कर उपलब्धि होगी.'

इसके अलावा उन्होंने क्लब द्वारा मिली कड़वी यादों को याद करते हुए कमेटी के एक सवाल पर कहा, 'यही कारण है कि हम जहां पहुंच चूके हैं वो काफी मुश्किल है. मैं नहीं चाहता कि मेरा बेटा कभी क्रिकेट खेले.'

Happy Birthday Yusuf Pathan: 39 साल के हुए युसूफ पठान, ODI में आठवें नंबर पर हासिल की है खास उपलब्धि

Advertisement

इंग्लैंड के लिए 38 फर्स्ट क्लास और 35 लिस्ट A क्रिकेट मैच खेलने वाले रफीक के अनुसार उन्हें उनके साथी खिलाड़ियों द्वारा बंदर, केविन और पाकी जैसे नामों से बुलाया गया. पूर्व क्रिकेटर का कहना है कि काले या ब्राउन लोगों को इंग्लैंड में निचा दिखाने के लिए केविन नाम से बुलाया जाता है. 

IND vs NZ: भारत बनाम न्यूजीलैंड फैंटेसी टिप्स, प्रिडिक्शंस

. ​

Featured Video Of The Day
सास-दामाद के अवैध संबंध, बेटी संग मिलकर की खौफनाक हत्या | Baghpat Crime News | NDTV India | UP News
Topics mentioned in this article