1990s के दशक में भारतीय क्रिकेट टीम में कई ऐसे खिलाड़ी आए जिन्होंने अपने करियर को उस मुकाम तक पहुंचाया जिसको लेकर आज भी बात की जाती है. चाहे वो सचिन तेंदुलकर हो, अजहर हो, अजय जडेजा हो, अजीत अगरकर हो या फिर अनिल कुंबले जैसे खिलाडी. ये खिलाडी ऐसे रहे जिन्होंने 90s में कदम रखा और भारतीय टीम के अहम खिलाड़ी बने. लेकिन इन सबके अलावा इसी दशक के दौरान कुछ और खिलाड़ी भी रहे जिनका डेब्यू इन खिलाड़ियों के खेलने के दौरान हुआ लेकिन उनका नाम क्रिकेट के इतिहास के पन्नों में कहीं खोकर रह गया. अब उन्हीं क्रिकेटरों में एक रहे सलिल अंकोला (Salil Ankola), जिन्होंने सचिन तेंदुलकर के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने अपने करियर को लेकर क्रिकबज से बात की है और कहा कि कैसे वो अपने करियर में सफल नहीं हो पाए.
बातचीत में सलिल (Salil Ankola) ने कहा कि, एक समय मुझे भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था और साथ ही मेरा सिलेक्शन भारत ए टीम में किया गया. लेकिन वहां पर मुझे मैच खेलने के लिए नहीं बल्कि ड्रिंक ढोने के लिए रखा गया था. अंकोला ने कहा कि, साल 2001 के बाद मैं पूरी तरह से क्रिकेट से दूर हो गया था. उसी साल मैंने एक ऐसी गलती की जिसका मुझे आजतक अफसोस है. पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि, उस दौरान मुझे सोनी से क्रिकेट को लेकर एक ज़ॉब ऑफर की गई की जिसे मैंने ठुकरा दिया था. मुझे नहीं पता कि मैंने वह ऑफर क्यों मना किया, मैंने यकीनन एक गलत फैसला किया था जिसका अफसोस मुझे आज भी है.
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शराबी बन गए थे अंकोला
बता दें कि साल 2010 में अंकोला अपने नीजी लाइफ में भी काफी परेशान रहे थे. दरअसल उसी साल वो अपनी बीवी और बच्चे से अलग हो गए थे. इस सदमा को अंकोला बर्दास्त नहीं कर पाए और उन्हें शराब की लत लग गई थी. अंकोला ने शराब के लत से दूर जाने के लिए क्रिकेट को एक बार फिर चुना. यही कारण था कि वो पिछले साल मुंबई के मुख्य चयनकर्ता के पद पर काबिज हुए थे.
इसको लेकर पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि, 'मैं तब लगभग 52 वर्ष का था, एक बार जब आप 50 को पार कर लेते हैं, तो आपकी धारणा बदल जाती है. मुझे नहीं पता कि कैसे और क्यों, लेकिन ऐसा होता है. आप महसूस करते हैं कि आप बहुत सी चीजों के बारे में अडिग थे लेकिन उन चीजों का वास्तव में कोई मतलब नहीं था. वे केवल आपको परेशान कर रहे हैं. क्रिकेट में वापस नहीं जाने के मेरे उदाहरण की तरह, लेकिन मैं वास्तव में क्रिकेट को मिस कर रहा था.'
बता दें कि पूर्व क्रिकेटरों की मदद से एक बार फिर अंकोला क्रिकेट में वापसी करते दिखे हैं और क्रिकेट में ही अपना पूरा ध्यान लगा रहे हैं. यही कारण रहा था कि वो मुंबई के मुख्य चयनकर्ता भी बने.
क्रिकेट में बतौर कोच वापसी करना चाहते थे अंकोला
'मैं एक कोच के रूप में वापस आना चाहता था, लेकिन जब मैंने देखा कि परिदृश्य क्या है, तो मुझे एहसास हुआ कि कोचिंग मेरे लिए नहीं है. 1990 के दशक में कोचिंग और अब की कोचिंग में बहुत बड़ा अंतर है. मैंने एनसीए में लेवल 2 कोच के लिए नामांकन भी कराया था, लेकिन फिर मैंने राहुल [द्रविड़] को एक खत लिखा और कहा कि मैं नहीं आ पाऊंगा क्योंकि मैं खुद को कोच के रूप में नहीं देखता, मेरे पास इतना धैर्य नहीं है, मैं बहुत गुस्से वाला व्यक्ति हूं.'
दरअसल अब अंकोला मुंबई की टीम के साथ यात्रा कर रहे हैं, उन्हें बैंगलोर में खिलाड़ियों के साथ देखा जा सकता है. Salil Ankola ने अपने इंटरनेशनल करियर में 1 टेस्ट और 20 वनडे मैच खेलने में सफल रहे थे. क्रिकेट में कुछ हासिल न कर पाने के बाद अंकोला ने एक्टर के तौर पर भी काम किया लेकिन वहां भी उनकी किस्मत ज्यादा नहीं चमकी थी.