- इंग्लिश पेसर मार्क वुड ने कहा कि ऋषभ पंत का निर्भीक और अप्रत्याशित बल्लेबाजी अंदाज गेंदबाजों के लिए चुनौती
- पंत के खिलाफ सफलता के लिए गेंदबाजों को धैर्य और नियंत्रण के साथ अप्रत्याशित गेंदबाजी करनी होती है
- मार्क वुड घुटने की चोट के कारण पिछले छह महीने से सक्रिय क्रिकेट से दूर हैं
पिछले दिनों इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में चोटिल हो गए ऋषभ पंत (Rishabh Pant) भले ही सक्रिय क्रिकेट से दूर हैं, लेकिन नाम इतना बड़ा हो चले हैं कि उन्हें लेकर दुनिया के क्रिकेट अक्सर कुछ न कुछ कहते ही रहते हैं. अब इंग्लिश पेसर मार्क वुड ने कहा है कि ऋषभ का निर्भीक अंदाज गेंदबाजों के लिए गलती की बहुत ही कम गुंजाइश छोड़ता है. उन्होंने कहा कि पंत के खिलाफ सफलता हासिल करने के लिए किसी भी गेंदबाज में धैर्य और नियंत्रण होना ही चाहिए. पंत अपनी खास आक्रामक शैली से बैटिंग के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं. यहां तक कि वह पेसरों को भी नहीं छोड़ते.
वुड ने कहा, 'मुझे लगता है कि आपको अपनी नर्व को कंट्रोल करना होता है. यह एक बुनियादी बात है क्योंकि जो भी ऋषभ पंत करते हैं, वह बहुत ही अप्रत्याशित होता है. वह वहां खड़े हो सकते हैं और कुछ मुश्किल होने का इंतजार करते हैं. लेकिन अगर समान तरह की गेंदबाजी करते रहते हैं, तो पंत की नजरें बहुत ही तेज हैं और फिर वह वहां गेंद को भेजते हैं, जहां वह भेजना चाहते हैं.' इंग्लिश पेसर ने कहा, 'इसलिए मेरा मानना यह है कि आपको अप्रत्याशित गेंद फेंकने के साथ-साथ नर्व को कंट्रोल करने का मिश्रित तत्व आपको अपने पास रखना होता है. फिर यह गेंद स्लोअर-वन हो सकती है, आप बाउंसर फेंक सकते हैं या कुछ और कर सकते हैं.'
इंग्लैंड के 35 साल के मार्क वुड पिछले करीब छह महीने सक्रिय क्रिकेट से दूर हैं. चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान वुड घुटना चोटिल करा बैठे थे. पिछले एक साल में वुड ने एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है, लेकिन वह इस साल खेले जाने वाली एशेज सीरीज के लिए इंग्लैंड की प्लानिंग में बने हुए हैं.
वहीं, वुड ने सबसे मुश्किल प्रतिद्वंद्वी बल्लेबाजों में रोहित शर्मा का भी नाम लेते हुए कहा, 'रोहित शर्मा मुश्किल बल्लेबाज थे. उनके खिलाफ ऐसा लगता था कि शॉर्ट पिच के खिलाफ आप उनका विकेट ले सकते हो, लेकिन जब दिन विशेष पर उनका बल्ला बोल रहा हो, तो वह शॉर्ट पिच की धज्जियां उड़ा देते हैं. इसलिए वह मुश्किल बल्लेबाज थे. मैंने हमेशा ही महसूस किया कि मानो उनका बल्ला बड़ा था और समय गुजरने के साथ ही चौड़ा भी होता जाता है!' विराट कोहली के बारे में वुड बोले, 'वह एक अविश्वसनीय प्रतिस्पर्धी हैं. उनकी कमजोरी चौथे, पांचवें स्टंप पर दिखाई पड़ी. मैंने जब भी इस लाइन पर बॉलिंग की, तो वह कभी भी नहीं चूके.'