Gautam Gambhir on Virat Kohli and Rohit Sharma: भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने शनिवार को कहा कि विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) में टीम के लिए बड़ी भूमिका निभानी होगी क्योंकि ये स्टार बल्लेबाज टीम और देश के क्रिकेट परिदृश्य के लिए अनमोल हैं. कोहली और रोहित के हाल के दिनों में खराब फॉर्म ने उनके भविष्य को लेकर चल रही अटकलों को हवा दे दी है. गंभीर ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के वार्षिक पुरस्कारों के दौरान कहा, ‘‘मुझे लगता है कि रोहित और विराट दोनों ड्रेसिंग रूम के लिए बहुत अहम हैं, वे भारतीय क्रिकेट के लिए भी बहुत अनमोल हैं. उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में बड़ी भूमिका निभानी है. उन्होंने कहा, ‘‘और मैंने पहले भी कहा है कि ये खिलाड़ी रन बनाने के लिए भूखे हैं, वे देश के लिए खेलना चाहते हैं। उनमें देश के लिए खेलने और देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करने का जुनून है.
''गंभीर ने कहा कि टीम चैंपियंस ट्रॉफी में एक पल के लिए भी आराम नहीं कर सकती क्योंकि 50 ओवर के विश्व कप की तुलना में इस टूर्नामेंट में उनके पास सिर्फ तीन लीग मैच ही हैं. गंभीर ने आगे कहा, ‘‘50 ओवर के विश्व कप की तुलना में चैंपियंस ट्रॉफी पूरी तरह से अलग चुनौती है क्योंकि लगभग हर मुकाबला ‘करो या मरो' का होगा इसलिए आप इस टूर्नामेंट में कहीं भी थम नहीं सकते.'' गंभीर ने कहा, ‘‘इसलिए उम्मीद है कि हम वास्तव में अच्छी शुरुआत करेंगे क्योंकि आखिरकार अगर आप प्रतियोगिता जीतना चाहते हैं तो आपको पांच मैच जीतने होंगे.
गंभीर ने 23 फरवरी को दुबई में होने वाले ‘भारत बनाम पाकिस्तान' मैच को लेकर हो रही ‘हाइप' पर कहा, ‘‘देखिए हम चैंपियंस ट्रॉफी में यह सोचकर नहीं जाते हैं कि 23 तारीख को हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण मैच है. मुझे लगता है कि पांच मैच हैं और सभी महत्वपूर्ण हैं. दुबई जाने का लक्ष्य चैंपियंस ट्रॉफी जीतना है, ना कि सिर्फ एक विशेष मैच जीतना. ''. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हां अगर चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बीच में एक मैच है तो हम जितना हो सके इसे गंभीरता से लेने की कोशिश करेंगे. ''
गंभीर ने कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण बात है कि मुझे लगता है कि जब दो देश भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं तो जाहिर तौर पर भावनाएं बहुत अधिक होती हैं लेकिन अंततः मुकाबला वही रहता है. ''
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने कप्तान सूर्यकुमार यादव की सराहना की जिन्होंने दिग्गज कोहली और रोहित के संन्यास के बाद भारत की टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम में नयी जान फूंक दी. उन्होंने कहा, ‘‘जब हम निस्वार्थ और निडर होकर खेलने की बात करते हैं तो मैं और सूर्यकुमार बिलकुल एक सा ही सोचते हैं. लेकिन हां, हम आगे बढ़ते हुए और अधिक स्मार्ट बनना चाहते हैं क्योंकि इसी तरह हम एक टी20 टीम के रूप में बढ़ते रहना चाह रहे हैं और उम्मीद है कि अन्य सभी प्रारूपों में भी. ''
गंभीर ने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि खिलाड़ी शानदार रहे हैं। उनके पास कौशल है, उनके पास जज्बा है, उनके पास काबिलियत है। और उन्होंने पिछले छह महीनों में जो किया है, मुझे लगता है कि वह अविश्वसनीय है. ''गंभीर ने टी20 इंटरनेशनल मैचों में भारत के लिए काम करने के तरीके के बारे में भी विस्तार से बताया.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस टी20 टीम की नींव दो सिद्धांतों पर आधारित थी. वह है निस्वार्थ और निडर होकर खेलना, हम ड्रेसिंग रूम में यही चाहते हैं और इन युवा खिलाड़ियों ने सही में बहुत अच्छी प्रतिक्रिया दी है. ''पिछले साल जून में टी20 विश्व कप जीतने के बाद भारत इस महीने के अंत में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए एक और वैश्विक टूर्नामेंट की तैयारियों में जुटा है. कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि चुनौती पर ध्यान केंद्रित करना और सही समय पर प्रदर्शन करना अहम है.
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि हम जानते हैं आईसीसी ट्रॉफी अब हर साल होती है. इसलिए आपके पास पीछे हटने का समय नहीं है। आप हमेशा उस चुनौती के लिए तैयार रहना चाहते हैं. हमने हाल ही में टी20 विश्व कप जीता जो हमारे लिए शानदार था. अब हम एक और ट्रॉफी जीतने क लिए कोशिश करेंगे. 'रोहित ने कहा, ‘‘हर कोई अपने तरीके से तैयारी कर रहा है। बहुत से खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं, बहुत से खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भी खेल रहे हैं। इसलिए यह ध्यान केंद्रित करने के बारे में है. ''
पाकिस्तान के खिलाफ भारत के मैच के बारे में पूछने पर उन्होंने इसे सिर्फ एक और मैच करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पिछले दो या तीन साल में मैंने खेल के बारे में ही बात की है. यह हमारे लिए बस एक मैच है. हम कोशिश करेंगे और वही करेंगे जो किसी भी क्रिकेट टीम को उस दिन करना चाहिए. हम बस वहां अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं. ''
भारत के टी20 अंतरराष्ट्रीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि प्रारूप में टीम का आक्रामक दृष्टिकोण प्रबंधन और खिलाड़ियों द्वारा ‘सामूहिक' फैसले का परिणाम है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक सामूहिक प्रयास है। हमने तय किया है कि हम आगे भी इसी तरह का क्रिकेट खेलना चाहते हैं, चाहे हम किसी भी स्थिति में हों। टी20 में जब तक आप पलक झपकाते हैं तो मैच खत्म हो जाता है। लेकिन हर किसी के पास अपनी योजना होनी चाहिए। लेकिन हमें एक ही तरह से सोचना होगा. ''