Exclusive: अमेरिका के भारतीय 'लिटिल तेंदुलकर्स' पर चढ़ा क्रिकेट का रंग, यूएस में तेजी से पैर पसार रहा खेल

जहां पिछले कुछ सालों में अमेरिकी टीम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है, तो जमीनी स्तर पर देश के बच्चों के भीतर भी क्रिकेट लोकप्रिय हो रहा है

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • सचिन तेंदुलकर का प्रभाव अमेरिका में भी बच्चों और युवाओं के बीच क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभा रहा है
  • अमेरिका में क्रिकेट तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, खासकर भारतीय और अन्य एशियाई मूल के बच्चों के बीच खेल का क्रेज बढ़ा है
  • वर्जिनिया सहित कई अमेरिकी शहरों में क्रिकेट अकादमियों की संख्या बढ़ रही है, जहां विभिन्न पृष्ठभूमि के बच्चे खेल सीख रहे हैं
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नयी दिल्ली:

सचिन तेंदुलकर को भले ही सक्रिय क्रिकेट से अलग हुए करीब 12  साल हो गए हों, लेकिन उनका जादू क्रिकेट के कद्दावर देशों में ही नहीं, बल्कि उस अमेरिका में बच्चों से लेकर तमाम लोगों पर अभी भी चढ़कर बोल रहा है, जहां यह खेल बहुत ही गति के साथ पैर पसार रहा है. और इन तमाम बच्चों की आंखों में भविष्य का  सचिन तेंदुलकर बनने और आईपीएल में खेलने का सपना पल रहा है. और कौन जानता हो कि इनमें कौन सा बच्चा भविष्य का तेंदुलकर साबित हो!  एनडीटीवी ने जब वर्जिनिया में क्रिकेट में करियर बनाने का सपना पाले बच्चों से सीधा पूछा कि क्रिकेट में उन्होंने सबसे ज्यादा क्या पसंद है, तो उन्होंने एक सुर में सचिन तेंदुलकर का नाम लिया. अमेरिका में ज्यादातर लोगों को इस खेल के बारे में पता तक नहीं है, लेकिन अब भारतीय या एशियाई मूल की अगली पीढ़ी के जरिए क्रिकेट अमेरिकी धरती पर खासा लोकप्रिय हो चला है. 

एक ऐसे देश में जहां फुटबॉल, रग्बी और बेसबॉल की जड़ें बहुत ही ज्यादा मजबूत हैं, वहां अब खेल तेजी से लोकप्रिया हो चला है. वर्जिनिया ही नहीं, बल्कि अलग-अलग बड़े शहरों में धीरे-धीरे अकादमियों की संख्या बढ़ रही है. और यहां भारतीय ही नहीं, बल्कि अमेरिकी मूल के बच्चों को भी खेल की बारीकियों को सीखते देखा जा सकता है. और यह बताने के लिए काफी है कि क्रिकेट अमेरिका की अगली पीढ़ी को भी बहुत ज्यादा आकर्षित कर रहा है. 

वर्जिनिया में अकादमी चला रहे  भारतीय मूल के पूर्व फर्स्ट क्लास क्रिकेटर और 66 मैंच खेल चुके गगनदीप सिंह ने इस बारे में कहा, 'आप देख सकते हैं कि यहां आने वाले ज्यादातर बच्चे भारतीय मूल के हैं. साथ ही, अफगानिस्तान और पाकिस्तानी मूल के बच्चे भी अकादमी में हैं. इनके अभिवावक क्रिकेट खेलने वाले देशों से आते हैं और इस खेल को प्यार करते हैं. ये  बच्चे क्रिकेट को टीवी पर देखते हैं और इनकी  खेले में बहुत ही ज्यादा रुचि है'

लगातार बढ़ रही अमेरिकी क्रिकेट टीम की ताकत

पिछले कई दशकों से आईसीसी से एसोसिएट्स सदस्य रूप में मान्यता प्राप्त अमेरिकी टीम ने हालिया समय में तेजी से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैर पसारे हैं. फिलहाल अमेरिकी आईसीसी रैंकिंग में वनडे में 14वीं और टी20 में 17वीं पायदान पर है. अमेरिका ने साल 1979 में आईसीसी ट्रॉफी में पदार्पण किया था. और अब यह टीम विश्व कप क्वालीफायर टीम के रूप में जानी जाती है. साल 2018 में आईसीसी ने अपने सभी सदस्यों देशों को टी20 फॉर्मेट में पूर्णकालिक दर्जा प्रदान किया, तो अमेरिका ने अपना पहला टी20 मैच मार्च 2019 में संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ खेला. 

(वर्जिनिया से एलिस्टर डिसूजा की रिपोर्ट)

Featured Video Of The Day
Delhi NCR Rain: पानी-पानी Dhaula Kuan से Akshardham.. दिल्ली की सड़कों का कैसा है हाल? | Weather
Topics mentioned in this article