Eng vs Ind: 'मैं इसके साथ रग्बी...', रिजेक्टेड बॉल को लेकर स्टुअर्ट ब्रॉड ने कह दी बड़ी बात

England vs India: स्काई स्पोर्टस पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक अथर्टन ने रिजेक्ट बॉल को लेकर सवाल किया, तो ब्रॉड ने उन्हें पहली ही बाउंसर से 'चित' कर दिया

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India tour of England, 2025:
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  • इंग्लैंड में लॉर्ड्स टेस्ट मैच में ड्यूक बॉल लगातार आकार खो रही है, जिससे खिलाड़ियों और विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है
  • पूर्व इंग्लैंड कप्तान स्टुअर्ट ब्रॉड ने ड्यूक बॉल के आकार खोने पर कहा कि वे इसके साथ रग्बी खेलना पसंद करेंगे और इसे अंपायर को लौटाना चाहेंगे
  • ब्रॉड के अनुसार ड्यूक बॉल सॉफ्ट होने के कारण दबाव में आकार बिगड़ जाती है, जिससे गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों के लिए खेल प्रभावित होता है
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नयी दिल्ली:

इंग्लैंड में लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट तक कई खिलाड़ियों और बातों ने जमकर सुर्खियां बटोरी हैं. और ऐसा लग रहा है कि ड्यूक बॉल ने मानो खिलाड़ियों को चुनौती देने मन बना लिया है!आए-दिन इस पर कोई न को बवाल हो रहा है और दिग्गजों के बीच यह चर्चा का विषय बनी हुई है. और नियमित अंतराल पर आकार खो रही ड्यूक बॉल को लेकर इंग्लैंड पूर्व कप्तान स्टुअर्ट ब्रॉड ने बहुत ही मजेदार बयान दिया है. ब्रॉड ने तीसरे टेस्ट के दौरान रिजेक्ट की गई एक बॉल के आकार को देखकर कहा, 'वह इसके साथ रग्बी खेलना पसंद करेंगे. लॉर्ड्स टेस्ट की दोनों ही पारियों में कई बार गेंद को बदलना पड़ा. और इसके बाद तो ड्यूक बॉल को लेकर मामला एक अलग ही स्तर पर चला गया है. 

तीसरे दिन की समाप्ति के बाद स्काई स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में ब्रॉड के साथ एक रिजेक्टेड बॉल की  समीक्षा करते हुए पूर्व कप्तान माइक अथर्टन ने कहा, 'मैच के दौरान आकार खो बैठी यह एक बॉल मुझे मिली है. यह गेज (गोलाई नापने वाला यंत्र) से नहीं गुजर सकी. अब मेरा विचार यह है कि यह गेंद बॉलिंग के लिए एकदम उपयुक्त है. इस बारे में ब्रॉड आप क्या सोचते हैं?' इस पर ब्रॉड ने तुरंत ही जवाब देते हुए कहा, 'मैं यहां तीन बल्लेबाजों के खिलाफ अकेला बॉलर हूं. और मैं अपेक्षाकृत इस गेंद से रग्बी खेलना पसंद करूंगा. इस गेंद को अंपायर को लौटा दूंगा. मेरा मतलब यह है कि ड्यूक बॉल आकार खो रही है क्योंकि यह सॉफ्ट है और मैं इसे दबा सकता हूं. वासतव में, मैं इसका आकार और खराब कर सकता हूं.'

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ब्रॉड ने कहा, 'इस तरह की गेंदें गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों के लिए ही अप्रभावी हैं. ऊपर की ओर से इसका आकार बहुत ही भद्दे तरीके से बदल जाता है. जब यह पिच पर टप्पा खाती है और स्थिति और बिगड़ जाती है. यह पिच पर टप्पा खाने के बाद प्रतिक्रिया नहीं करती. यह मृत सरीखी हो जाती है. आपको गेंद पर पकड़ बनाने और स्विंग या सीम कराने के लिए आपको इसकी सिलाई का सही तरह से इस्तेमाल करना होता है'

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पूर्व बॉलर ने हालिया सालों में बैटिंग नियमों में बदलाव का जिक्र करते हुए कहा, 'जब आप कवर से ड्राइव करते हो या शॉट लगाते हो, तो यह बल्लेबाज के लिए बहुत ही हताशापूर्ण होता है. वजह यह है कि जब आपको चौका मिलना चाहिए होता है, तो आप शॉट से दो या तीन ही रन ले पाते हैं. अपने शुरुआती दस साल के करियर के दौरान मुझे याद नहीं आता कि मुझे कभी गेंद बदलनी पड़ी हो. यह एक नई बात है. हो सकता है कि यह बॉल की गुणवत्ता से जुड़ा मामला है'

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