ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर नाथन लियॉन को यहां इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे दूसरे एशेज टेस्ट के दौरान उनके कप्तान पैट कमिंस ने पिंडली की चोट के कारण बल्लेबाजी नहीं करने को कहा था, लेकिन यह अनुभवी ऑफ स्पिनर टीम के अपने साथियों का समर्थन करने के लिए बल्लेबाजी करने उतरा. अपना लगातार 100वां टेस्ट खेल रहे लियॉन को लार्ड्स में दूसरे एशेज टेस्ट के दूसरे दिन के खेल के दौरान कैच लेने के प्रयास में दाएं पैर की पिंडली में चोट लगी थी. शनिवार को हालांकि वह मैच के चौथे दिन बल्लेबाजी करने उतरे और मिशेल स्टार्क के साथ अंतिम विकेट के लिए 15 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त को 370 रन तक पहुंचाया. लियॉन चार रन बनाकर आउट होने वाले अंतिम बल्लेबाज रहे जिससे ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 279 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिा के 371 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 114 रन तक चार विकेट गंवा दिए थे.
लियॉन ने रविवार को ‘सेन रेडियो' से कहा, ‘पैट (कमिंस) ने शुरुआत में मुझे कहा था कि मैं बल्लेबाजी के लिए नहीं जाऊंगा.' उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैंने (मुख्य कोच) एंड्रयू मैकडोनाल्ड और हमारी मेडिकल टीम से बात की और यह जानने का प्रयास किया कि मैं क्रीज पर कैसे उतर सकता हूं.' ऑस्ट्रेलिया की ओर से 121 टेस्ट खेलने वाले लियॉन ने कहा कि टीम के फिजियो के प्रयास से वह दूसरी पारी में 13 गेंद खेलने में सफल रहे. लियॉन के नाम 496 टेस्ट विकेट दर्ज हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैंने फिजियो के साथ और पैर में टेप बांधकर यहां लार्ड्स में जिम में काफी समय बिताया जिससे कि क्रीज पर उतरने का प्रयास कर सकूं.' लियॉन ने कहा, ‘मैं क्रीज पर उतरकर अपनी भूमिका निभाने का प्रयास कर रहा था. मेरी पारी को लेकर काफी बातें हो रही हैं लेकिन मैं टीम के अपने साथियों का समर्थन करने के लिए उतरा.'
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