Duleep Trophy 2024: कुछ खिलाड़ियों का करियर खासा देर से शुरू होता है. और फिर शुरू होते ही पटरी से उतरता दिखाई पड़ता है. और कुछ ऐसा ही कहा जा सकता है भारत के लिए अभी तक दो टेस्ट खेलने वाले दिल्ली के 31 साल के पहले नवदीप सैनी (Navdeep Saini) के बारे में. सैनी ने अपना आखिरी टेस्ट करीब साढ़े तीन साल पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2021 में खेला था. और इसके बाद तो सैनी और चोटों के बीच मानो चोली-दामन का साथ हो गया! शीर्ष स्तर की क्रिकेट में देर से सक्रिय होने के बाद एक तो जैसे-तैसे भारत के लिए खेलने का मौका ही 28 साल की उम्र में मिला. और जब मिला, तो चोटों ने बुरी तरह से घेर लिया. लेकिन वीरवार को शुरू हुए दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) टूर्नामेंट में नवदीप सैनी ने घरेलू ही नहीं, बल्कि बाकी खिलाड़ियों के सामने वापसी के संदर्भ में अच्छी मिसाल खड़ी कर दी.
मुशीर के साथ मिलाकर बल्लेबाजी में कारनामा
नवदीप सैनी ने दिखाया कि वह पहले से ज्यादा बेहतर और फिट गेंदबाज बनकर ही नहीं लौटे हैं, बल्कि अब उनका बल्ला भी पहले से कहीं मजबूत हो गया है. जब भारत बी ने पहले दिन 97 रन पर सात विकेट गंवा दिए थे, तो सैनी ने नौ नंबर के बल्लेबाज के रूप में 56 रन की बेहतरीन पारी खेलते हुए टीम के 321 रनों में अच्छा योगदान दिया, तो उन्होंने मुशीर खान के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 205 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की.
सैनी ने खोल कर रख दीं गिल की आंखें
बल्ले से दम दिखाने के बाद सैनी दूसरे बदलाव के रूप में बॉलिंग के लिए आए, लेकिन उन्होंने फेंके सिर्फ 8 ही ओवरों में बता दिया कि वह पहले की तुलना में कहीं बेहतर गेंदबाज बन चुके हैं. और जिस अंदाज में नवदीप ने गिल और मयंक अग्रवाल को आउट किया, निश्चित रूप से सेलेक्टरों के लिए उनकी अनदेखी करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल होगा. अगले ही कुछ दिनों में बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टेस्ट टीम का चयन होना है, उससे पहले ही सैनी ने सेलेक्टरों को अच्छा विकल्प दे दिया है.