- संजू सैमसन ने हालिया टी20 फॉर्मेट में तीन शतक जड़कर शानदार प्रदर्शन किया लेकिन वनडे टीम में जगह नहीं बना पाए
- ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे टीम में चयनकर्ताओं ने संजू की बजाय ध्रुव जुरेल को टीम में शामिल किया है
- सैमसन ने सिएट अवार्ड में टी20 बैट्समैन ऑफ द ईयर पुरस्कार अपनी पत्नी चारू को समर्पित किया है
कभी-कभी ऐसा होता है कि अब व्यवसाय विशेष में सबसे अच्छा कर रहे होते हो, लेकिन फिर भी टीम में जगह नहीं बना पाते. खेलों की दुनिया में तो आगे-बेगाहे यह सामने आता ही रहता है. और फिर ऐसा संजू सैमसन (Sanju Samson) के मामले में देखने को मिला है. सैमसन हालिया समय में टी20 फॉर्मेट में खूब रन बरसाए हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए घोषित वनडे टीम में सेलेक्टरों ने ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) को टीम में जगह दी. बहरहाल, इससे बेपरवाह सैमसन ने सिएट अवार्ड (ceat Award) में अपना टी20 बैट्समैन ऑफ द ईयर पुरस्कार पत्नी चारू को समर्पित कर दिया. सैमसन ने कहा, 'मैं अपना पुरस्कार पत्नी जारू को समर्पित करता हूं, जो मेरी यात्रा, उतार-चढ़ाव में बराबर की भागीदार रहीं.'
वहीं, सैमसन ने दुनिया भर में अपने प्रशंकों का भी आभार जताते हुए कहा, 'बिना प्रशंकों के इस तरह का प्रदर्शन करना असंभव है.' और सैमसन इस प्रदर्शन को भी जिक्र करना नहीं भूले, जिसने उनका कद हाल में ही खासा बढ़ दिया है. खासतौर पर ऐसा प्रदर्शन जो एक लंबा दर्द झेलने के बाद उन्होंने किया. यह दर्द रहा दस साल के लंबे इंतजार का. संजू ने कहा, 'दस साल के लंबे इंतजार के बाद जब मुझे अवसर मिला, तो मैंने पांच टी20 मैचों के भीतर तीन शतक जड़े. मैं इसके लिए और इन पलों के लिए ईश्वर का आभारी हूं. मैं देश के लिए कड़ा परिश्रम करना जारी रखूंगा.'
दस साल पहले किया था करियर का आगाज
संजू ने भारत के लिए टी20 करियर साल 2015 में हरारे में जिंबाब्वे के खिलाफ किया था. लेकिन संजू को पहले अर्द्धशतक के लिए अगले सात साल इंतजार करना पड़ा, जब उन्होंन साल 2022 में आयरलैंड के खिलाफ 77 रन की पारी खेली. वहीं उनका पहला शतक पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ हैदराबाद में आया. इस शतक के बाद उन्होंने अगले चार मैचों में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी धरती पर दो शतक और जड़ डाले. और इन 5 मैचों में जड़े तीन शतक रूपी धमाके ने संजू को पिछले साल के लिए सिएट अवार्ड में टी20 बैट्समैन ऑफ द ईयर बना दिया.