BCCI Central Contracts 2024-25: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड देश के लिए शिरकत करने वाले सीनियर पुरुष क्रिकेटरों को सालाना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट प्रदान करता है. बोर्ड की तरफ से उनके प्रदर्शन, निरंतरता और टीम पर प्रभाव डालने के आधार पर उन्हें चार श्रेणियों में बांटा गया है. बीसीसीआई की तरफ से मिलने वाली सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट राशि ना केवल खिलाड़ियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि मैदान पर और बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए हौसला अफजाई भी करती है. बीसीसीआई की तरफ से 'ए प्लस' ग्रेड में चुने गए खिलाड़ियों को सात करोड़, 'ए' ग्रेड में पांच करोड़, 'बी' ग्रेड में तीन करोड़ और 'सी' ग्रेड में एक करोड़ की धनराशि प्रदान की जाती है.
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने का क्या है नियम?
अब सवाल उठता है कि एक भारतीय क्रिकेटर को बीसीसीआई की तरफ से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए क्या नियम हैं? अगर आपका भी यही सवाल है तो उसका जवाब हम लेकर आए हैं. नियम के मुताबिक एक खिलाड़ी को एक वर्ष में कम से कम तीन टेस्ट, आठ वनडे या 10 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेलने होते हैं. अगर कोई खिलाड़ी इन शर्तों पर खरा उतरता है तो उसे सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह देने पर विचार किया जाता है.
बोर्ड की तरफ से 'ए प्लस' ग्रेड में वैसे खिलाड़ियों को शामिल किया जाता है, जो टीम के टॉप प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी होते हैं. ये खिलाड़ी टीम के प्रमुख सदस्य के रूप में भी देखे जाते हैं. वहीं बीसीसीआई के मापदंडो के अनुसार जो खिलाड़ी विशिष्ट प्रारूप में भाग लेते हैं उन्हें अपने ग्रेड सी में शामिल कर लिया जाता है.
2024-25 सत्र के लिए बीसीसीआई की तरफ से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले खिलाड़ी
ग्रेड ए+: रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रित बुमरा और रवींद्र जड़ेजा.
ग्रेड ए: मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पंड्या, मोहम्मद शमी और ऋषभ पंत.
ग्रेड बी: सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर.
ग्रेड सी: रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, वाशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, ईशान किशन, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, नितीश कुमार रेड्डी, अभिषेक शर्मा, आकाश दीप, वरुण चक्रवर्ती और हर्षित राणा.
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