- बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट टीम का नया प्रमुख प्रायोजक अपोलो टायर्स मार्च 2028 तक घोषित किया है.
- अपोलो टायर्स ने टीम इंडिया के प्रायोजक बनने के लिए 579 करोड़ रुपये की उच्चतम बोली लगाई थी.
- अपोलो टायर्स का लोगो सभी प्रारूपों में पुरुष और महिला राष्ट्रीय टीमों की जर्सी पर प्रदर्शित होगा.
BCCI announces Apollo Tyres as new lead Sponsor: एशिया कप 2025 में बिना स्पॉन्सर के उतरी टीम इंडिया को नया प्रायोजक मिल गया है. मंगलवार को बीसीसीआई ने बताया कि अपोलो टायर्स मार्च 2028 तक के लिए टीम इंडिया का स्पॉन्सर होगा. अपोलो टायर्स ने 579 करोड़ रुपये की बोली लगाई. भारतीय टीम के नए प्रायोजक की रेस में अपोलो टायर्स को कैनवा और जेके सीमेंट्स से टक्कर मिली थी. जेके सीमेंट्स ने 477 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी, जबकि कैनवा ने 544 करोड़ रुपये की बोली लगाई. बीसीसीआई ने बताया कि अपोलो टायर्स का लोगो सभी प्रारूपों में भारतीय पुरुष और महिला राष्ट्रीय टीमों की जर्सी पर प्रदर्शित किया जाएगा.
भारतीय टीम मार्च 2028 तक 121 बाइलेटरल सीरीज खेलेगी और 21 आईसीसी मैच खेलेगी. बीसीसीआई ने नए प्रायोजक के लिए प्रति मैच जो बेस प्राइस तय किया था- वो द्विपक्षीय मैचों के लिए 3.5 करोड़ रुपये था और विश्व कप मैचों के लिए 1.5 करोड़ रुपये था. अपोलो टायर्स से बोर्ड को हर मैच के लिए 4.77 करोड़ मिलेंगे. हालांकि, वर्ल्ड कप के मैचों में यह फीस थोड़ी कम होगी. हालांकि, यह ड्रीम 11 के साथ इसी अवधि के लिए हुए 358 करोड़ रुपये के समझौते से ज्यादा है
बता दें, ड्रीम 11 ने हाल ही में 'ऑनलाइन गेमिंग अधिनियम 2025 के प्रचार और विनिमयन' के कारण अपने वास्तविक धन वाले गेम बंद कर दिए हैं. अधिनियम में कहा गया है कि "कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन मनी गेमिंग सेवाओं की पेशकश, सहायता, उकसाना, प्रेरित, लिप्त या संलग्न नहीं होगा और न ही किसी ऐसे विज्ञापन में शामिल होगा जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी व्यक्ति को कोई भी ऑनलाइन मनी गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित करता हो."
ड्रीम11 के हटने के बाद भारतीय टीम के मुख्य प्रायोजक अधिकारों के लिए बीसीसीआई ने इस महीन की शुरूआत में बोलियां आमंत्रित करने के साथ ही कहा था कि टीम एशिया कप में बिना किसी मुख्य प्रायोजक के खेलेगी. बीसीसीआई ने उस विज्ञप्ति में ऑनलाइन मनी गेमिंग, क्रिप्टोकरेंसी, सट्टेबाजी , तंबाकू या शराब जैसी चीजों से कंपनियों को बोली प्रक्रिया में शामिल करने से मना कर दिया था. अपोलो टायर्स एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है जिसका मुख्यालय गुरुग्राम में है. टायर निर्माता कंपनी की भारत और यूरोप सहित विदेशों में विनिर्माण इकाइयां हैं.
(भाषा से इनपुट के साथ)
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