AUSW vs INDW 2nd Semi-Final: जेमिमा रॉड्रिगेज का नाबाद शतक से बड़ा कमाल, वीमेन क्रिकेट के 52 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ

Jemimah Rodrigues: जेमिमा के बल्ले से नाबाद 134 रन निकले, तो वह करिश्मा भी हो गया, जो वीमेंस क्रिकेट के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ

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Australia Women vs India Women, 2nd Semi-Final: जेमिमा के शतक को इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा
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  • भारत ने महिलाओं के वनडे विश्व कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़े सफल रन चेज का नया रिकॉर्ड बनाया.
  • जेमिमा रॉड्रिगेज ने नाबाद 134 रन बनाकर भारत को 339 रन के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा कराने में अहम भूमिका निभाई
  • भारत ने अंतिम छह ओवरों में 48 रन बनाने थे, जिसमें जेमिमा के साहस और टेम्परामेंट ने निर्णायक भूमिका निभाई.
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वीमेंस वर्ल्ड कप इतिहास में वीरवार का दिन इस वर्ग में हमेशा इतिहास के सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा.ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच खेले गए सेमीफाइनल में कई बड़े रिकॉर्ड बने. कई बातें पहली बार घटित हुईं, लेकिन इन्हीं में से एक बड़ी बात ऐसी रही, जिसने इसे करोड़ों भारतीयों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया क्योंकि पहली बार हुए इस सुपर से ऊपर कमाल को किसी भारतीय बल्लेबाज यानी जेमिमा रॉड्रिगेज (नाबाद 127 रन से) ने सच कर दिखाया. और यह था वीमेंस वनडे क्रिकेट इतिहास में किसी टीम द्वारा सफलतापूर्वक हासिल किया गया सबसे बड़ा स्कोर. जी हां, यह पहला मौका रहा, जब दुनिया की  किसी टीम ने वनडे में 339 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया. 

वनडे इतिहास के 3 सबसे बड़े सबसे बड़े चेज

रन               टीम           बनाम           साल

339               भारत            ऑस्ट्रेलिया          2025

331           ऑस्ट्रेलिया          भारत                2025

303           श्रीलंका             द. अफ्रीका         2024

आखिरी 6 ओवर में थी 48 रन की दरकार, जेमिमा ने नहीं मानी हार

लक्ष्य का पीछा करते हुए आखिरी में भारत को कुछ झटके लगे थे. यहां से टेम्प्रामेंट और साहस की परीक्षा थी और इस पर पूरी तरह से खरी उतरीं जेमिमान. रॉड्रिगेज ने हार नहीं मानी. पारी के आखिरी 6 ओवरों में भारत को जीत के लिए 48 रन बनाने थे. लेकिन यहां से रिचा घोष के प्रहारों से भारत ने 45वें ओवर में 14 रन बटोरे, लेकि न घोष 46वें ओवर की आखिरी गेंद पर लौट गईं, तो  उम्मीदें फिर धुंधली दिखाई पड़ती दिखीं.  खासकर जब इसी ओवर में सिर्फ 5 ही रन बनाए. यहाँ से आखिरी चार ओवरों में भारत को 29 रन बनाने थे. लेकिन रॉड्रिगेज ने हार नहीं मानी और उन्होंने 48वें ओवर में 3 चौकों से 15 रन लिए, तो यहां से भारत का फाइनल का टिकट सुनिश्चित हो गया. नाबाद रहीं अमनजोत कौर ने भी 8  गेंदों प दो चौकों से नाबाद 15 रन बनाकर अच्छा योगदान दिया. और इससे टीम हरमनप्रीत ने 9 गेंद बाकी रहते हुए 48.3 ओवरों में 339 रनों का लक्ष्य हासिल कर तीसरी बार विश्व कप के फाइनल में जगह बना ली.

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