Aus vs Ind 2nd Test: भारत जब हाल ही में न्यूजीलैंड के हाथों 0-3 से सीरीज हारा था, तो कंगारुओं की भाषा एकदम से बदल गई थी. कुछ मजे ले रहे थे, तो कुछ तंज कस रहे थे, लेकिन पर्थ में 295 रनों की करारी हार के बाद चंद दिनों के भीतर ही सबकुछ बदलता दिखाई पड़ रहा है. अब मजे और साइकोलॉजिकल वॉर में बढ़त लेने की बारी भारत की है. यही वजह है कि मौके पर चौका सनी गावस्कर (Gavaskar) ने जड़ा है! अब जब दोनों टीमें दूसरा टेस्ट (Aus vs Ind 2nd Test) खेलने की ओर बढ़ रही हैं, तो गावस्कर ने तंज कसते कहा है कि कंगारू टीम के माहौल में घबराहट साफ देखी जा सकती है. उन्होंने जोश हेजलवुड की टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा कि पर्थ में पहले टेस्ट में भारत से 295 रनों से हारने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम में घबराहट साफ देखी जा सकती है.
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सनी ने कहा, 'पूर्व खिलाड़ियों ने कुछ खिलाड़ियों को हटाने की बात कही है और कुछ ने तो तीसरे दिन के खेल के अंत में जोश हेजलवुड के मीडिया इंटरव्यू के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम में दरार की ओर इशारा किया है,जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि अब बल्लेबाजों को कुछ करना चाहिए.' गावस्कर ने सोमवार को अपने कॉलम में लिखा,'अब कुछ दिनों बाद हेजलवुड कथित तौर पर साइड स्ट्रेन के कारण दूसरे टेस्ट और संभवतः सीरीज से भी बाहर हो गए हैं. अजीब बात है, क्योंकि उस मीडिया कॉन्फ्रेंस में किसी ने भी हेज़लवुड में कुछ भी गलत नहीं देखा था. रहस्य, रहस्य - जैसा कि पहले भारतीय क्रिकेट में आम बात थी. अब यह ऑस्ट्रेलियाई है और पुराने मैकडोनाल्ड की तरह मैं इसे बहुत पसंद कर रहा हूं.'
उन्होंने बाएं हाथ के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की दूसरी पारी में उनके शानदार 161 रन के लिए सराहना की, और बताया कि कैसे उन्होंने पर्थ में चमकने के लिए जल्दी से समायोजन किया और पहली पारी में आठ गेंदों पर शून्य पर आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया पर और अधिक मुसीबतें ला दीं.
गावस्कर ने कहा,'युवा यशस्वी जायसवाल ने दिखाया कि वह एक तेज सीखने वाला खिलाड़ी है, जो दूसरी पारी की शुरुआत में उसके बल्ले की सीधी चाल से स्पष्ट था. जैसे ही वह दूसरे छोर पर केएल राहुल के शानदार मार्गदर्शन में जम गया कोई भी इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी से एक और बड़ा शतक बनाने की अनिवार्यता पर ऑस्ट्रेलियाई कंधों को झुकते हुए देख सकता था. विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया में एक और शतक बनाने के लिए सलामी जोड़ी द्वारा स्थापित ठोस मंच का लाभ उठाया, जिससे उनके सिर और भी झुक गए.'
उसी समय, गावस्कर ने ऑलराउंडर नितीश रेड्डी की पर्थ में बल्ले से सराहनीय स्वभाव दिखाने के लिए सराहना की, जहाँ उन्होंने 47 और नाबाद 38 रन बनाए, साथ ही एक विकेट भी लिया. पूर्व कप्तान ने कहा, 'ये दो शतक शानदार थे. 200 से अधिक की ओपनिंग साझेदारी थी, लेकिन सबसे प्रभावशाली पारी नितीश रेड्डी की थी. उन्होंने दिखाया कि क्या आवश्यक है, जिसने इस तथ्य को झुठला दिया कि वह अपना पहला टेस्ट खेल रहे थे. पहली पारी में भी उन्होंने स्कोरिंग अवसरों को अच्छी तरह से समझा और शीर्ष स्कोरर बने.वह भविष्य के लिए एक खिलाड़ी है.'