Yashasvi Jaiswal left behind Vijay Hazare: ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेला जा रहा पर्थ टेस्ट (Perth) शतकवीर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) का इस देश में पहला ही टेस्ट है, लेकिन अपना यश उन्होंने पूरी दुनिया में फैलाते हुए क्रिकेट जगत को संदेश दे दिया है कि अगला दशक उनका है. जायसवाल ने मैच के तीसरे दिन आउट होने से पहले 161 रन की पारी खेली. जिस अंदाज में इस लेफ्टी ने कंगारू बॉलरों के खिलाफ आंखों में आंखें डालकर जैसे स्ट्रोक खेले, उसका असर दिग्गजों की बातों और सोशल मीडिया पर फैंस की प्रतिक्रिया में साफ देखने को मिल रहा है.बहरहाल, इस शतकीय पारी में जो कारनामा जायसवाल (Yashasvi's big record) ने अब कर दिया है, उसे तोड़ने के लिए अगली पीढ़ी के बल्लेबाजों को लोहे के चने चबाने होंगे.
विजय हजारे पीछे, जायसवाल आगे!
पर्थ टेस्ट जायसवाल के करियर का 15वां टेस्ट मैच है. और इतने मैचों के बाद भारतीय क्रिकेट में अगर किसी बल्लेबाज ने उनसे पहले सबसे ज्यादा रन बनाए थे, तो न वह गावस्कर थे, न सचिन तेंदुलकर और न ही मॉडर्न ग्रेट विराट कोहली. उनसे पहले यह कारनामा विजय हजारे (1420) ने किया था, लेकिन अब इस पर जायसवाल अपना कब्जा करते हुए सर डॉन ब्रेडमैन क्लब में शामिल हो गए हैं. अब 15 टेस्ट मैचों के बाद जायसावल कुल 1568 रनों के साथ इतिहास में चौथे नंबर के बल्लेबाज हैं.
ब्रेडमैन क्लब में पहुंचे जायसवाल!
जब करियर के शुरुआती 15 टेस्ट के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने की आती है, कोई भी आज तक सर डॉन ब्रेडमैन (2115 रन) के आस-पास भी नहीं पहुंच सका है. दूसरे नंबर पर ही कंगारू पूर्व कप्तान मार्क टेलर (1618 रन), तीसरे पर एवर्टन वीक्स (1,576 रन), चौथे पर यशस्वी जायसवाल (1,568) और पांचवें नंबर पर माइकल हसी (1,560 रन) हैं. निश्चित तौर पर यह जायसवाल की एक बड़ी उपलब्धि है और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सर डॉन ब्रेडमैन क्लब के और कई रिकॉर्डों का हि्सा बनेंगे.