- पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को केवल दो दिनों में आठ विकेट से हराकर एशेज का आगाज किया.
- यह पहली बार 1921 के बाद हुआ जब एशेज टेस्ट दो दिनों के अंदर समाप्त हुआ और परिणाम सामने आया.
- ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 205 रनों का लक्ष्य 2 विकेट खोकर पूरा किया, ट्रेविस हेड की शानदार पारी के दम पर.
पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ दो दिनों के अंदर इंग्लैंड को हराकर जीत के साथ एशेज का आगाज किया है. दो दिनों तक चले इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 8 विकेट से हरा दिया. यह साल 1921 के बाद पहली बार है, जब एशेज के किसी मुकाबले का रिजल्ट दो दिनों के अंदर आया हो. दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 205 रनों का लक्ष्य मिला था और ट्रेविस हेड की धमाकेदार पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट इसे हासिल किया. लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 7 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं.
104 साल बाद पहली हार हुआ ऐसा
एशेज का मुकाबला जो सिर्फ दो दिन में खत्म हुआ हो, ऐसा सबसे पहले 1888 में हुआ था. ऑस्ट्रेलिया इस मैच में 61 रनों से जीती थी. पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 116 रन बनाए थे. इसके जवाब में इंग्लैंड की पहली पार सिर्फ 53 रनों पर सिमट गई थी. ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 60 रनों पर ढेर हो गई थी. लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड दूसरी पारी में सिर्फ 62 रन बना पाई थी. यह दौरे का पहला मैच था. इस दौरे का दूसरा मैच द ओवल में खेला गया था और वह भी सिर्फ दो दिनों में खत्म हुआ था. यह मैच इंग्लैंड ने पारी और 137 रनों से जीता था. इसके बाद 1890 में द ओवल और 1921 में नॉटिंघम में हुआ मुकाबला दो दिन के अंदर खत्म हुआ था.
एशेज टेस्ट दो दिन के अंदर खत्म हुए
लॉर्ड्स 1888
ओवल 1888
मैनचेस्टर 1888
ओवल 1890
नॉटिंघम 1921
पर्थ 2025
चारों पारियों को मिला दें तो इस मुकाबले में कुल 847 गेंद फेंकी गईं. गेंदों से लिहाज से यह एशेज का तीसरा सबसे छोटा मैच है. 1888 में मैनचेस्ट में हुए मैच के रिजल्ट के लिए 788 गेंद लगी थीं. जबकि 1888 में लॉर्ड्स टेस्ट में 792 गेंद फेंकी गई थीं. 1895 में सिडनी में हुए मुकाबले का रिजल्ट 911 गेंदों में आया था. पर्थ में हुए टेस्ट में यह रिकॉर्ड टूटा है.
सबसे छोटे एशेज टेस्ट (गेंदों द्वारा)
788 मैनचेस्टर 1888
792 लॉर्ड्स 1888
847 पर्थ 2025*
911 सिडनी 1895














