टीम इंडिया के पूर्व टेस्ट और टी20 कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने कहा है कि आज उन्होंने जो भी मुकाम हासिल किया है, उसमें उनके पिता की बहुत बड़ी भूमिका है. साथ ही रोहित ने पिछले दिनों टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास के बाद अपने पिता की प्रतिक्रिया के बारे में भी खुलासा भी किया.रोहित ने भारतीय क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा की पत्नी की किताब के विमोचन के अवसर पर कहा, 'मेरे पिता को रेड-बॉल क्रिकेट वास्तव में बहुत पसंद है. वह मेरे संन्यास लेने पर बहुत ज्यादा निराश थे, लेकिन खुश भी थे. रोहित ने इस मौके पर अपने अभिवावकों द्वारा किए गए संघर्ष को भी याद किया.
उन्होंने कहा, 'मेरे जन्म से लेकर अभी कर मेरे अभिवावकों ने मेरा जबर्दस्त सहयोग और समर्थन किया है. मैं जानता हूं कि उन्होंने मेरे और मेरे भाई की जरूरतों के लिए कितना त्याग किया है. जब आप खाली समय में इस बारे में सोचते हो, तो आप वास्तव में इसकी प्रशंसा करते हैं कि आपके माता-पिता कैसे हालात से गुजरे. और उन्होंने हमारी जरूरतों को पूरा करने के लिए कितनी कुर्बानियां दीं'
रोहित ने विस्तार से बताया कि उनके पिता उनकी क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट के प्रति जुनून को लेकर कैसे शामिल थे. इस साल आईपीएल में मुंबई के लिए कुछ यादगार पारी खेलने वाले रोहित ने कहा, 'वह ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते थे. और उन्होंने काफी त्याग किया, जिससे हम अपना जीवन जी सके. मेरे पिता पहले दिन से टेस्ट क्रिकेट के बड़े प्रशंसक रहे हैं और उन्हें टी20 क्रिकेट पसंद नहीं है.'
रोहित ने कहा, 'मुझे अभी भी वह दिन याद है जब मैंने वनडे में 264 रन बनाए. उनकी प्रतिक्रिया ऐसी थी, ठीक है, 'वेल प्लेड, वेल डन. उनके भीतर इस बात को लेकर कोई रोमांच नहीं था कि यह विश्व रिकॉर्ड था, लेकिन अगर मैंने टेस्ट क्रिकेट में अच्छे 30, 40 रन भी बनाए, तो वह मेरे से डिटेल से बात किया करते थे. टेस्ट क्रिकेट को लेकर उन्हें इतना ज्यादा लगाव था.'पूर्व कप्तान ने कहा, 'उन्होंने मुझे आगे बढ़ते हुए देखा है. आप जूनियर क्रिकेट खेलते हैं. फिर अंडर-19 , रणजी ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और भारत ए के लिए खेलते हैं और मैंने यह सभी क्रिकेट खेली है. और वह मेरी पूरी क्रिकेट यात्रा के गवाह हैं.