- जसप्रीत बुमराह फिटनेस समस्याओं की वजह से इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में केवल तीन मैचों में खेले थे.
- आकाश चोपड़ा के अनुसार बुमराह जैसे गेंदबाजों को उपलब्धता के अनुसार खेलाना चाहिए.
- आकाश ने कहा बल्लेबाजों के मामले में रोटेशन मुश्किल होता है क्योंकि उनके न खेलने से टीम संयोजन प्रभावित होता है
Aakash Chopra Big Statement: हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ संपन्न हुए पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में जसप्रीत बुमराह ने फिटनेस संबंधी समस्याओं की वजह से केवल तीन मुकाबलों में ही हिस्सा लिया था. जिसके बाद उनके टेस्ट करियर पर सवाल उठने लगे हैं. लोग लगातार सवाल कर रहे हैं कि वह केवल दो तीन मैचों का ही हिस्सा बन पा रहे हैं. ऐसे में क्या करना चाहिए? इसपर आकाश चोपड़ा ने काफी सटीकता से जवाब दिया है. उनका कहना है. मेरा जो मानना है वो ये है कि वो सारे टेस्ट मैच खेलने वाले नहीं हैं.
आकाश ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'इसमें कोई डिबेट की बात नहीं है. अगर आपके पास इस दर्जे का खिलाड़ी उपलब्ध है. तो उसे तब तब खेलाओ. जब जब वह खेल सके.'
चीजों को समझाते हुए उन्होंने कहा, 'गेंदबाज का इस्तेमाल आप आगे पीछे कर सकते हैं. मगर बैटर का नहीं कर सकते हैं. मान लीजिए बुमराह नंबर चार के बैटर होते और कहते कि मैं दो मैच खेलूंगा फिर नहीं खेलूंगा. तो वह समस्या थी.'
उन्होंने कहा, 'या कोई ओपनर होता और वह कहता मैं ये वाला मैच खेलूंगा और वो वाला मैच नहीं खेलूंगा, तो वह समस्या थी. ऐसी स्थिति में पूरे टीम कॉम्बिनेशन के साथ छेड़छाड़ करना पड़ता.'
आकाश ने कहा ऐसी स्थिति में मैं भी सहमत रहता और कहता बस बहुत हो गया. मगर वह एक गेंदबाज हैं. तीन चार मैचों की सीरीज में तो वैसे भी गेंदबाजों को रोटेट करना पड़ता है और बुमराह जैसा गेंदबाज नहीं है कोई.
पूर्व क्रिकेटर ने समझाया कि एक गेंदबाज की वजह से टीम कॉम्बिनेशन ऊपर नीचे नहीं होती है. गेंदबाज की वजह से उतना फर्क नहीं पड़ता है. आखिर में उन्होंने कहा बुमराह जब जब उपलब्ध हैं. उन्हें तब तब खेलाना चाहिए.
यह भी पढ़ें- एशिया कप में किस दिग्गज ने लिया है हैट्रिक? नहीं पता तो आज जान लें