राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ( NIA)ने पिछले साल छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले के मामले में 23 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है, जिसमें 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे. यह जानकारी एक अधिकारी ने गुरुवार को दी. NIA के एक प्रवक्ता ने कहा कि पिछले साल तीन अप्रैल को बीजापुर जिले के तर्रेम थानान्तर्गत टेकलगुडियाम गांव के पास हुए हमले में 35 से अधिक लोग घायल भी हुए थे. मामला शुरू में तर्रेम पुलिस थाने में दर्ज किया गया था और बाद में एनआईए द्वारा इसे इस साल पांच जून को फिर से दर्ज किया गया था.
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जांच से पता चला है कि आरोपी व्यक्ति भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सदस्य हैं और उन्होंने आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने की साजिश रची तथा सीपीआई (माओवादी) के सशस्त्र नक्सलियों ने संयुक्त सुरक्षा बलों सीआरपीएफ, कोबरा, डीआरजी और राज्य पुलिस पर बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) और स्वचालित हथियारों की गोलीबारी करते हुए हमला किया था. उन्होंने कहा, ‘‘नक्सलियों ने एक कोबरा जवान, राकेश्वर सिंह मन्हास का अपहरण भी कर लिया और उसका हथियार लूट लिया. जांच से यह भी पता चला कि पुलिस पार्टी और सुरक्षाकर्मियों पर यह हमला भाकपा (माओवादी) के टीसीओसी (टैक्टिकल काउंटर आफेंसिव कैंपेन) का हिस्सा था.''
अधिकारी ने कहा कि एनआईए की जांच में पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों पर हुए कायराना हमले में भाकपा (माओवादी) के वरिष्ठ नेताओं की भूमिका का पता लगाने में कामयाबी मिली है.प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी व्यक्तियों पर भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं.
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