गणतंत्र दिवस (Republic Day) हर साल 26 जनवरी (26 January) को देश भर में मनाया जाता है. इस दिन देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है, साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर परेड होती है. गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति राष्ट्र ध्वज (National Flag) फहराते हैं और 21 तोपों की सलामी दी जाती है. गणतंत्र दिवस (Republic Day) की भव्य परेड में भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट, वायुसेना, नौसेना आदि सभी भाग लेते हैं. इसके साथ ही परेड में झांकियां निकाली जाती हैं. बता दें कि इस साल ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो 26 जनवरी 2020 (26 January 2020) की गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो (Jair Bolsonaro) को गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि बनने का निमंत्रण दिया था.
26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस?
साल 1929 में दिसंबर में लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में हुआ. इस अधिवेशन में प्रस्ताव पारित कर इस बात की घोषणा की गई कि यदि अंग्रेज सरकार द्वारा 26 जनवरी 1930 तक भारत को डोमीनियन का दर्जा नहीं दिया गया तो भारत को पूर्ण रूप से स्वतंत्र देश घोषित कर दिया जाएगा. जब अंग्रेज सरकार ने कुछ नहीं किया तब कांग्रेस ने 26 जनवरी 1930 को भारत को पूर्ण स्वराज घोषित कर दिया. भारत की आजादी के बाद संविधान सभा की घोषणा की गई जिसने अपना कार्य 9 दिसम्बर 1947 से शुरु किया. संविधान सभा ने 2 साल, 11 महीने, 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया.
26 नवंबर 1949 को संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को भारतीय संविधान सुपूर्द किया गया. बता दें कि अनेक सुधारों और बदलावों के बाद सभा के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को संविधान की दो हस्तलिखित कॉपियों पर हस्ताक्षर किये. इसके दो दिन बाद संविधान 26 जनवरी को देश भर में लागू हो गया. 26 जनवरी को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था और यही कारण है कि हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है.
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