पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal Government) ने निजी स्कूलों (Private Schools) से देश की अर्थव्यवस्था (Economy) पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले कोरोनोवायरस (Coronavirus) महामारी को देखते हुए किसी भी प्रकार के शुल्क में वृद्धि न करने का आग्रह किया है. राज्य के शिक्षा मंत्री (Education Minister) पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) ने बुधवार को अपने फेसबुक पेज पर अपलोड किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, "सरकार को कुछ अभिभावकों से शिकायत मिली है कि निजी स्कूलों के एक वर्ग ने कोविड-19 (COVID-19) के खतरे को लेकर आंखों पर पट्टी बांध ली है और देश के वर्तमान हालातों को देखे बिना ही के फीस में वृद्धि की है."
उन्होंने कहा, ''शिक्षा विभाग और मुझे व्यक्तिगत रूप से अभिभावकों से कई शिकायतें मिली हैं कि निजी स्कूलों के एक वर्ग ने इस अभूतपूर्व संकट में लोगों के सामने आने वाली कठिनाई के बावजूद फीस में भारी बढ़ोतरी कर दी है''. मंत्री ने आगे कहा, "मैं इन स्कूलों से आग्रह करता हूं कि छात्रों के हित के लिए वो अपने इस तरह के निर्णय को वापस ले लें."
पार्थ चटर्जी ने मानवीय द्दष्टिकोण से, निजी स्कूलों सहित सभी संस्थानों से अनुरोध किया कि वे उन मामलों पर विचार करें, जो वर्तमान स्थिति के कारण बढ़ाई गई फीस का भुगतान करने में असमर्थ हैं.
मंत्री ने खबरों के मद्देनजर बयान दिया कि कई निजी स्कूलों ने वर्तमान शैक्षणिक सत्र में विभिन्न श्रेणियों और प्रमुखों के लिए फीस में वृद्धि की है, जिससे अभिभावकों को परेशानी हो रही है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं