
दिल्ली विश्वविद्यालय
नयी दिल्ली:
देश के प्रतिष्ठित दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले की दौड़ इसी माह के तीसरे या चौथे हफ्ते से शुरू हो सकती है. सोमवार को इस मसले पर हुई बैठक में एडमिशन रजिस्ट्रेशन 20, 22 और 24 अप्रैल से शुरू करने का प्रस्ताव रखा गया है. छात्र बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट आने के तुरंत बाद एडमिशन ले सकें, इसके लिए इस बार एडमिशन प्रक्रिया करीब एक महीने पहले शुरू करने की योजना है. पहले रजिस्ट्रेशन मई अंत या जून के पहले सप्ताह में शुरू होते थे. हालांकि पहले बताया जा रहा था कि डीयू साल 2017 के लिए एडमिशन प्रक्रिया दो महीने पहले यानी मार्च के अंत से ही शुरु कर सकती है.
छात्रों की टेंशन कम करने के लिए इस बार कई नए प्रस्ताव हैं. जैसे अभी तक छात्र पहले जिस कॉलेज की कटऑफ में नंबर आता है, वहां दाखिला लेकर अपनी सीट पक्की कर लेता है. लेकिन सेकेंड कटऑफ आने पर जब उसका नंबर उसके पसंदीदा कोर्स या कॉलेज में आता है तो वह कॉलेज बदल लेता है. ऐसी में उसे नए कॉलेज में फिर से फीस जमा करानी होती थी. पहले वाले कॉलेज से फीस वापस होने में समय लगा करता था. अब प्रस्ताव यह है कि नए कॉलेज में केवल उससे केवल थोड़ी फीस ली जाए.
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं. अब लाखों छात्र डीयू के 77 कॉलेजों में एडमिशन की रेस में शामिल होंगे. एडमिशन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. ऐसे में देश के दूर-दराज के क्षेत्र में बैठे छात्र भी आसानी से आवेदन कर सकते हैं.
हाल ही में भारत सरकार द्वारा जारी एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग 2017 में देश के टॉप 10 कॉलेजों में से डीयू के छह कॉलेजों को शामिल किया गया है. एनआईआरएफ रैंकिंग में डीयू के कॉलेजों के प्रदर्शन से विश्वविद्यालय के अध्यापन, शोध और इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में पता चलता है.
डीयू के तमाम अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में आमतौर पर दो तरह से दाखिले होते हैं - कट-ऑफ मार्क्स के आधार पर डायरेक्ट एडमिशन और एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर एडमिशन. जिन कोर्सेज में एडमिशन कट-ऑफ लिस्ट के आधार पर लिया जाता है, उस प्रक्रिया के तहत यूनिवर्सिटी के विभिन्न कॉलेज अपनी-अपनी कट-ऑफ लिस्ट निकालते हैं.
डीयू में बीटेक, बीएमएस, बीबीए, एफआईए, बीबीएस, बीए (ऑनर्स), इकोनॉमिक्स आदि कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है.
छात्रों की टेंशन कम करने के लिए इस बार कई नए प्रस्ताव हैं. जैसे अभी तक छात्र पहले जिस कॉलेज की कटऑफ में नंबर आता है, वहां दाखिला लेकर अपनी सीट पक्की कर लेता है. लेकिन सेकेंड कटऑफ आने पर जब उसका नंबर उसके पसंदीदा कोर्स या कॉलेज में आता है तो वह कॉलेज बदल लेता है. ऐसी में उसे नए कॉलेज में फिर से फीस जमा करानी होती थी. पहले वाले कॉलेज से फीस वापस होने में समय लगा करता था. अब प्रस्ताव यह है कि नए कॉलेज में केवल उससे केवल थोड़ी फीस ली जाए.
सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं. अब लाखों छात्र डीयू के 77 कॉलेजों में एडमिशन की रेस में शामिल होंगे. एडमिशन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. ऐसे में देश के दूर-दराज के क्षेत्र में बैठे छात्र भी आसानी से आवेदन कर सकते हैं.
हाल ही में भारत सरकार द्वारा जारी एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग 2017 में देश के टॉप 10 कॉलेजों में से डीयू के छह कॉलेजों को शामिल किया गया है. एनआईआरएफ रैंकिंग में डीयू के कॉलेजों के प्रदर्शन से विश्वविद्यालय के अध्यापन, शोध और इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में पता चलता है.
डीयू के तमाम अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में आमतौर पर दो तरह से दाखिले होते हैं - कट-ऑफ मार्क्स के आधार पर डायरेक्ट एडमिशन और एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर एडमिशन. जिन कोर्सेज में एडमिशन कट-ऑफ लिस्ट के आधार पर लिया जाता है, उस प्रक्रिया के तहत यूनिवर्सिटी के विभिन्न कॉलेज अपनी-अपनी कट-ऑफ लिस्ट निकालते हैं.
डीयू में बीटेक, बीएमएस, बीबीए, एफआईए, बीबीएस, बीए (ऑनर्स), इकोनॉमिक्स आदि कोर्सेज के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है.
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