Delhi University: दिल्ली विश्वविद्यालय की पेटेंट कानूनों पर सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना

दिल्ली विश्वविद्यालय पेटेंट कानूनों पर एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की योजना बना रहा है ताकि छात्रों को उनके अनुसंधान को ‘साकार’ उत्पाद बनाने में मदद और उन्हें पेटेंट दाखिल करने के बारे में बुनियादी जानकारी मिल सके.

Delhi University: दिल्ली विश्वविद्यालय की पेटेंट कानूनों पर सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना

दिल्ली विश्वविद्यालय की पेटेंट कानूनों पर सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना

नई दिल्ली :

दिल्ली विश्वविद्यालय पेटेंट कानूनों पर एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की योजना बना रहा है ताकि छात्रों को उनके अनुसंधान को ‘साकार' उत्पाद बनाने में मदद और उन्हें पेटेंट दाखिल करने के बारे में बुनियादी जानकारी मिल सके. यह पहली बार होगा जब इस तरह का पाठ्यक्रम किसी विश्वविद्यालय में कराया जाएगा. पेटेंट कानूनों को दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय में बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) पत्र के एक भाग के रूप में पढ़ाया जाता है और विश्वविद्यालय में कुछ विज्ञान पाठ्यक्रमों में इस विषय पर एक अध्याय भी शामिल है.

ISC Result 2022: CISCE 12th सेमेस्टर 2 रिजल्ट 5 बजे होगा घोषित, Digilocker और SMS से भी देख सकते हैं नतीजे

पेटेंट कानूनों पर पाठ्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रम और अन्य तौर-तरीकों को तैयार करने को लेकर एक समिति का गठन किया है. पेटेंट एक प्रकार की बौद्धिक संपदा है जो उसके स्वामी को किसी अन्य को वह आविष्कार करने, उपयोग करने या बेचने से रोकने का कानूनी अधिकार देता है.

नयी गठित समिति की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के बी आर अंबेडकर सेंटर फॉर बायोमेडिकल रिसर्च के मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी लेबोरेटरी की प्रोफेसर दमन सलूजा कर रही हैं.

JEE Main 2022 Exam: कल जेईई मेन की परीक्षा में जाने से पहले जान लें ये जरुरी बातें, नहीं तो पड़ेगा पछताना!

सलूजा ने कहा कि पाठ्यक्रम से छात्रों को यह समझने में मदद मिलेगी कि पेटेंट के लिए दाखिल करते समय किन बातों को ध्यान में रखा जाना चाहिए, क्योंकि कई छात्रों को इस बात की जानकारी नहीं है कि क्या पेटेंट योग्य है और क्या नहीं.

उन्होंने कहा, ‘‘उच्च शिक्षा में बहुत सारे अनुसंधान होते हैं जिनके ठोस परिणाम होते हैं. हालांकि, लोगों को इसके बारे में पता नहीं है... कि अपने अनुसंधान को एक वास्तविक उत्पाद कैसे बनाया जाए? लोग पेटेंट नियमों और पेटेंट कानूनों के बारे में नहीं जानते हैं. डीयू इस संबंध में एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की योजना बना रहा है जो इस कमी को पूरा करेगा.''

सलूजा ने कहा कि सर्टिफिकेट कोर्स तीन-चार महीने का कार्यक्रम होगा, इस दौरान छात्रों को पेटेंट कानूनों के बारे में मूल बातें सिखाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम विज्ञान के उन छात्रों के काम आएगा जो अपने अनुसंधान के लिए पेटेंट कानूनों के बारे में जानना चाहते हैं.

ISC Result 2022: सीआईएससीई 12वीं सेमेस्टर 2 एग्जाम रिजल्ट आज 5 बजे होगा घोषित, देखें डिटेल्स

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

सलूजा ने कहा कि पेटेंट कानूनों के बारे में जानकारी की कमी है और यही कारण है कि देश नवाचारों को पेटेंट कराने में पिछड़ गया है. प्रोफेसर ने कहा कि इसके अलावा, पेटेंट दाखिल करने की प्रक्रिया काफी लंबी और जटिल है.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)