प्रतीकात्मक तस्वीर
रायपुर:
छत्तीसगढ़ सरकार ने आगामी शिक्षा सत्र से राज्य के कालेजों में ऑनलाईन प्रवेश की सुविधा देने तथा 50 सरकारी कॉलेजों को वाई-फाई की सुविधा देने का फैसला किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में अगले शिक्षा सत्र से सभी सरकारी कॉलेजों में छात्र-छात्राओं के ऑनलाइन दाखिले किए जायेंगें। इसके साथ ही वर्तमान परम्परागत प्रक्रिया के अनुसार मेनुअल तरीके से भी प्रवेश की सुविधा रहेगी। छात्र-छात्राओं को दाखिले से लेकर पास आउट होने तक सभी अकादमिक जानकारी देने के लिए भी ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके लिए राज्य सरकार की एजेंसी छत्तीसगढ़ इन्फोटेक एवं बायोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) द्वारा सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। वहीं पढ़ाई की गुणवत्ता के आधार पर राज्य के सभी सरकारी कॉलेजों का श्रेणीकरण भी किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 50 सरकारी कॉलेजों को अप्रैल 2016 तक वाई-फाई की सुविधा से जोड़ दिया जाएगा। इसके साथ सभी विश्वविद्यालय और सभी सरकारी कॉलेज वेबपार्टल के माध्यम से विभाग से जुड़ जाएंगे। इसके माध्यम से विश्वविद्यालय के अधिकारी और कॉलेज के प्राचार्यो को कॉलेज की समस्याओं का त्वरित निराकरण हो सकेगा।
उन्होंने बताया कि अब राज्य के सभी कॉलेजों में श्रेणीकरण (रैंकिंग) की जाएगी। इसके लिए 100 अंकों की तालिका दी गई है, जिसमें साफ सफाई एवं साज सज्जा, वाईफाई, अकादमिक कार्य, रिकार्ड रखरखाव प्लेसमेंट वर्क आदि के लिए अंक निर्धारित किए गए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में अगले शिक्षा सत्र से सभी सरकारी कॉलेजों में छात्र-छात्राओं के ऑनलाइन दाखिले किए जायेंगें। इसके साथ ही वर्तमान परम्परागत प्रक्रिया के अनुसार मेनुअल तरीके से भी प्रवेश की सुविधा रहेगी। छात्र-छात्राओं को दाखिले से लेकर पास आउट होने तक सभी अकादमिक जानकारी देने के लिए भी ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके लिए राज्य सरकार की एजेंसी छत्तीसगढ़ इन्फोटेक एवं बायोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) द्वारा सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। वहीं पढ़ाई की गुणवत्ता के आधार पर राज्य के सभी सरकारी कॉलेजों का श्रेणीकरण भी किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 50 सरकारी कॉलेजों को अप्रैल 2016 तक वाई-फाई की सुविधा से जोड़ दिया जाएगा। इसके साथ सभी विश्वविद्यालय और सभी सरकारी कॉलेज वेबपार्टल के माध्यम से विभाग से जुड़ जाएंगे। इसके माध्यम से विश्वविद्यालय के अधिकारी और कॉलेज के प्राचार्यो को कॉलेज की समस्याओं का त्वरित निराकरण हो सकेगा।
उन्होंने बताया कि अब राज्य के सभी कॉलेजों में श्रेणीकरण (रैंकिंग) की जाएगी। इसके लिए 100 अंकों की तालिका दी गई है, जिसमें साफ सफाई एवं साज सज्जा, वाईफाई, अकादमिक कार्य, रिकार्ड रखरखाव प्लेसमेंट वर्क आदि के लिए अंक निर्धारित किए गए हैं।
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