दुनिया की सबसे बड़ी खुदरा कंपनी वालमार्ट ने बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में सामान खरीदने के नियम को पूरा करने के मामले में असमर्थता जताई है। बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में निवेश करने वाली कंपनियों को छोटे उद्योगों से 30 प्रतिशत सामान खरीदना पड़ेगा। वालमार्ट का कहना है कि वह केवल 20 प्रतिशत सामान ही खरीद सकती है।
सूत्रों के अनुसार कंपनी के प्रतिनिधियों ने औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) के अधिकारियों से इस महीने के दूसरे सप्ताह में मुलाकात की और विवादास्पद सोर्सिंग नियमों पर कंपनी का रुख साफ किया।
सूत्रों ने कहा, ‘हाल ही में वालमार्ट तथा डीआईपीपी के अधिकारियों के बीच बैठक हुई है। कंपनी ने कहा है कि वह स्थानीय स्तर पर लघु उद्योग से 30 प्रतिशत सामान खरीदने की अनिवार्यता को पूरा नहीं कर पाएगी और वह केवल 20 प्रतिशत सामान ही सोर्स कर सकती है।’ हालांकि, उन्होंने कहा कि यह प्रावधान में संशोधन करना सरकार के लिए वास्तव में कठिन होगा क्योंकि यह राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामला है।