पेट्रोलियम मंत्रालय संभालने के फौरन बाद वीरप्पा मोइली ने संकेत दिया है कि सरकार आने वाले समय में डीज़ल, कैरोसिन और गैस पर सब्सिडी कम कर सकती है।
हालांकि, पेट्रोलियम मंत्री ने सीधे-सीधे यह बात नहीं कही है, लेकिन, उन्होंने कहा है कि सबसिडी की मौजूदा नीति पर विचार करना होगा। देखना होगा कि इसके लाभ ज़रूरतमंद आदमी तक जाएं।
वीरप्पा मोइली का कहना था कि सिर्फ डीजल, कैरोसिन और गैस पर रोज 433 करोड़ की अंडर रिकवरी हो रही है। इस साल यह अंडर रिकवरी एक लाख 63 हज़ार करोड़ हो जाएगी।
अगर सरकार सब्सिडी घटाने का फैसला लेती है हो तो तेल उत्पादों के दाम बढ़ेंगे, यानि पेट्रोल, डीज़ल समेत रसोई गैस के दाम बढ़ेंगे।
वहीं, बीजेपी नेता वैंकया नायडू ने कहा है कि सरकार को इसका जवाब देना चाहिए कि रेड्डी जैसे वरिष्ठ मंत्री को पेट्रोलियम मंत्रालय से हटा कर दूसरे मंत्रालय में क्यों भेजा गया। नायडू ने कहा, 'मैंने सुना है कि व्यापारियों का दबाव था रेड्डी को हटाने को लेकर।'
लेकिन, वीरप्पा मोइली का कहना है कि जयपाल रेड्डी अच्छा काम कर रहे थे। उनका मंत्रालय बदले जाने के पीछे कोई मंशा खोजना ठीक नहीं है।