उतार-चढ़ाव वाले कारोबार में आज बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 67 अंक के नुकसान के साथ 17,783.21 अंक पर आ गया। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि मॉनसून संतोषजनक न रहने की वजह से मुद्रास्फीति के ऊपर की ओर जाने का जोखिम बना हुआ है। केंद्रीय बैंक के इस बयान से ब्याज दर आधारित बैंकिंग और रीयल्टी क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।
तीस शेयरों वाले सेंसेक्स में गिरावट की मुख्य वजह रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, टाटा स्टील तथा लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों में बिकवाली का दौर चलने से आई।
वैश्विक बाजारों के रुख के अनुरूप सेंसेक्स की शुरुआत कमजोर रही। कारोबार के दौरान एक समय यह 125 अंक तक नीचे चला गया। हालांकि अंतिम घंटे में ओएनजीसी, आईटीसी और कोल इंडिया के शेयरों में लाभ से सेंसेक्स की गिरावट सीमित हो गई और अंत में यह 67.01 अंक या 0.38 प्रतिशत के नुकसान के साथ बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 28.65 अंक या 0.53 प्रतिशत के नुकसान के साथ 5,386.70 अंक पर आ गया। ब्रोकरों ने कहा कि शेयर बाजार की धारणा रिजर्व बैंक की वित्त वर्ष 2011-12 की सालाना रिपोर्ट से प्रभावित हुई। इसमें कहा गया है कि मौद्रिक रुख तय करने में मुद्रास्फीति की प्रमुख भूमिका रहेगी। ब्रोकरों ने कहा कि सबसे ज्यादा गिरावट रीयल्टी और बैंकिंग कंपनियों के शेयरों में आई।